स्कूल में शिक्षिकाओं के साथ हुआ दुर्व्यवहार

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स्कूल में शिक्षिकाओं के साथ हुआ दुर्व्यवहारgaonconnection

चित्रकूट। चित्रकूट के एक विद्यालय में प्रबन्ध समिति के गठन के लिए अभिभावकों की खुली बैठक में प्रधान के गुर्गों ने स्कूल में शिक्षकों के साथ जम कर हंगामा किया। इस हंगामे के दौरान दो शिक्षिकाएं बेहोश भी हो गईं, जिन्हें फौरन अस्पताल भेजा गया।

प्राथमिक विद्यालय रूपौली ब्लाॅक रामनगर में प्रधान व उनके गुर्गों ने स्कूल में खूब उत्पात मचाया महिला शिक्षिकाओं के साथ अभद्रता कर कमरे में बंद करने की धमकी दी जिससे दो शिक्षिकाएं बाहर की तरफ भागीं, एक शिक्षिका दरवाजे से टकरा कर बेहोश हुई तो दूसरी अभद्र टिप्पणी और भीड़ देख बेहोश होकर गिर पड़ी। जिससे विद्यालय में अफरा-तफरी मच गयी। 

आनन-फानन में उन्हें पीएचसी राजापुर में 108 नम्बर की एम्बुलेंस से ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद जब स्थिति सामान्य नहीं हुई तो तुरन्त डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल पहुंचने के बाद डेढ़ घंटे बाद होश आया तब शिक्षिका रूपा और गीता के परिवार वाले व उपस्थित शिक्षकों ने राहत की सांस ली।

                                     

सूचना मिलते ही मऊ-मानिकपुर विधान सभा के सपा प्रत्याशी डाॅ. निर्भय सिंह पटेल व बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार पाण्डेय व खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार राजपूत शिक्षिकाओं का हाल-चाल लेने जिला अस्पताल पहुंचे। राजापुर थाने में शिक्षिका के पति की तरफ से आरोपी प्रधान के व उसके गुर्गों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया।

उधर जिला अस्पताल में जिले के सभी ब्लाॅकों के शिक्षकों की सूचना मिलते ही सैकड़ाें लोगों की भीड़ लग गयी, जिसमें शिक्षक संगठनों के नेता उदय भान सिंह, मंत्री अवध विहारी सिंह, रोशन लाल पटेल, पूर्व मा. शिक्षक संघ के के जिलाध्यक्ष मूरतध्वज पाण्डेय, लवकुश द्विवेदी, हेमराज गर्ग, वेद प्रकाश पाण्डेय, अजय पटेल, आराधना सिंह, शहनाजबानों, जानकी शरण त्रिपाठी, बराती लाल पाण्डेय सहित सैकड़ों शिक्षक व शिक्षक नेता पहुंचे।

शिक्षकों ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रधान को गिरफ्तार कर उचित कार्रवाई करने की मांग की। अध्यापकों का कहना है “एसएमसी का गठन स्कूल में बेहतर शैक्षिक महौल बनाने के लिए है न कि गांवदारी व राजनीतिक अखाड़े के लिए।” तो वहीं प्रधान का कहना था कि ग्राम पंचायत अधिनियम में प्रधान व अन्य सदस्यों को जो अधिकार हैं उससे अलग हट कर कोई काम नहीं किया  है। उन्होंने कहा कि खुन्नस के चलते मनमानी करने में शिक्षिका ने बेहोशी का नाटक किया जिससे वह हमदर्दी बटोर सके। 

क्या है मामला

शनिवार को विद्यालय प्रबन्ध समिति के गठन के लिए अभिभावकों की खुली बैठक बुलायी गयी थी जैसे ही बैठक की कार्रवाई शुरू हुई ग्राम प्रधान सुरेश दत्त त्रिपाठी अपने साथियों सहित पहुंच गए और आते ही शिक्षिकाओं को धमकाने लगे। दोनों शिक्षिकाओं ने बताया कि प्रधान व गुर्गों द्वारा कहा गया कि इन्हें कमरे में बंद कर दो। जब सबके बीच गाली-गलौज देते हुए आगे बढ़े तो डर के मारे इंचार्ज प्रधानाध्यापिका गीता गुप्ता और ऊषा देवी बाहर की ओर भागीं और दीवार से टकराकर बेहोश हो गईं। इनका आरोप है कि प्रधान द्वारा कई बार से अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया जा रहा था। 

गीता ने बताया कि 12 जुलाई राजापुर थाने में लिखित रूप में तहरीर दी थी। 22 जुलाई को एसएमसी का गठन सर्वसम्मति से किया गया था, जिसमें ग्राम प्रधान द्वारा बैठक कार्रवाई रजिस्टर को ही फाड़ दिया गया था जिस पर दोबारा बैठक दूसरे दिन बुलायी गयी थी। जिसमें इस तरह की घटना हुई।

 

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