#स्वयंफेस्टिवल : पुलिस की मदद और पशुओं का इलाज एक जगह

Rishi MishraRishi Mishra   8 Dec 2016 3:30 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
#स्वयंफेस्टिवल : पुलिस की मदद और पशुओं का इलाज एक जगहपशु चिकित्सा कैंप के दौरान एक भैंस का इलाज कराने ले जाते ग्रामीण।

स्वयं डेस्क

कम्यूनिटी जर्नलिस्टः दीपांशु मिश्रा

लखनऊ। स्वयं फेस्टिवल के अंतिम दिन गुरुवार को बाराबंकी की ग्राम पंचायत करुआ देवरा में स्वयं की ओर से पशु चिकित्सा कैंप व कृषि संबंधी जानकारी कैंप लगाया गया। इस कैंप में किसानों के बीमार पशुओं का परीक्षण किया गया और दवाइयां मुफ्त वितरित की गयीं। तो वहीं दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिकों द्वारा बीज के बारे में जानकारी देने के साथ मिट्टी की जांच भी की गयी।

पशु चिकित्सा कैंप के दौरान जहां पशु चिकित्सालय, निंदूरा ब्लॉक बाराबंकी के पशु चिकित्सक प्रेम चन्द्र ने किसानों के बीमार पशुओं का परीक्षण किया किया। इस दौरान लगभग 30 किसानों को उनके बीमार पशुओं को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए दवाएं भी मुफ्त में दी गयीं। जिन पशुओं का परीक्षण कैंप में किया गया उनमें अधिकर गाय, भैंस और बकरी शामिल रहे।

गेंहू की बुवाई की पूरी प्रक्रिया समझते कृषि विभाग के सुशील कुमार अग्निहोत्री खंड तकनीकी प्रबंधक।

इसके साथ ही कृषि संबंधी जानकारी देने के लिए लगाये गये कैंप में राज्य कृषि बीज भंडार के प्रभारी रामवीर ने किसानों को बीज की उपयोगिता के बारे में बताया। साथ ही यह भी बताया कि बीजों को कैसे पहचानना चाहिये और कब बोना चाहिये। दूसरी ओर कृषि विभाग के खण्ड तकनीकी प्रभारी सुशील अग्निहोत्री ने किसानों की मिट्टी की जांच की और उसकी उर्वरक क्षमता के बारे में किसानों को जानकारी दी।

ग्रामीणों को जरूरी जानकारियां देते हुए विशेषज्ञ।

बाराबंकी स्थित घोंघटेर थाने से आये एसआई मनोज पाण्डेय ने किसानों को पुलिस से जुड़ी 1090, डायल 100 जैसी अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने किसानों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में घबराना नहीं चाहिये और जरूरत पड़ने पर पुलिस को सूचित करना चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की मदद करने में पुलिस कभी पीछे नहीं है इसलिए पुलिस को एक दोस्त की तरह से देखना चाहिये।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.