“सेक्युलरिज़्म किताबों में नहीं पढ़ा जाता, जिया जाता है”
Jamshed Qamar 18 March 2017 6:03 PM GMT
मशहूर कथक डांसर मंजरी चतुर्वेदी ने लखनऊ में एक शो के दौरान गांव कनेक्शन से खास बातचीत करते हुए कहा कि कथक हिंदुस्तान की वो विरासत है जिसपर किसी मज़हब, ज़ात या पहचान का कोई ठप्पा नहीं है, ये शुद्द हिंदुस्तानी विधा है। लखनऊ को कथक का गलियारा बताते हुए उन्होंने कहा कि माहौल अब बदल गया है, अब सेक्युलरिज़्म किताबों में पढ़ाया जाता है जबकि हकीकत तो ये है कि इसे जिया जाना चाहिए। गाँव कनेक्शन संवाददाता बसंत ने की मंजरी चतुर्वेदी से खास बातचीत
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