आलू की ज्यादा पैदावार से किसान परेशान

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आलू की ज्यादा पैदावार से किसान परेशानइस सीजन में आलू की रिकार्ड पैदावार ने किसानों के सामने आलू भंडारण की समस्या खड़ी कर दी है जिसके चलते शुरुआती दिनों में ही कोल्ड स्टोर के सामने लम्बी-लम्बी लाइनें लगनी शुरू हो चुकी हैं।

अरुण मिश्रा, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

विशुनपुर (बाराबंकी)। इस सीजन में आलू की रिकार्ड पैदावार ने किसानों के सामने आलू भंडारण की समस्या खड़ी कर दी है जिसके चलते शुरुआती दिनों में ही कोल्ड स्टोर के सामने लम्बी-लम्बी लाइनें लगनी शुरू हो चुकी हैं।

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बाराबंकी मुख्यालय से 30 किमी दूर फतेहपुर ब्लाक के कई कोल्ड स्टोर में अभी से लम्बी-लम्बी लाइनें लगना शुरू हो गई है। आलू की अधिक पैदावार के कारण बाजार में आलू की कीमत काफी कम हैं जिससे किसानों की लागत नहीं निकल पा रही है। जिस कारण आलू किसान अपने आलू को कोल्ड स्टोर में रखने को विवश हो रहे हैं।

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किसानों को विश्वास है कि बीज के समय आलू अच्छा मुनाफा दे सकता है। बाराबंकी में मेंथा की फसल व्यापक स्तर पर की जाती है। अधिकतर किसान मेंथा की अगैती फसल लेने के लिए आलू की खेती करते हैं। आलू की फसल के बाद उसी खेत में मेंथा की फसल लगाते हैं जिस कारण जिले में आलू की अच्छी पैदावार हो जाती है। बाजार में कम रेट व भंडारण की समस्या ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खीच दी है।

हम हर साल आलू की खेती करते हैं, इस समय आलू की फसल तैयार खड़ी है। बाजार में जो रेट इस समय है उससे तो लागत भी नहीं निकलेगी। कोल्ड स्टोर में भी अभी से ही लम्बी लाइनें लग गई हैं। जिससे भण्डारण को लेकर चिंता बढ़ने लगी है।
अवधेश वर्मा, निवासी ,पवैय्याबाद

सन्दूपुर निवासी पप्पू यादव ने बताया की फसल तैयार है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि कैसे कोल्ड स्टोरेज में हम अपना आलू रखेंगे। जिन किसानों के पास अपने ट्रैक्टर ट्रॉली हैं वह तो लाइन में लगकर रख देंगे, लेकिन जिन छोटे किसानों के पास निजी साधन नहीं है उनका आलू तो किराए भर का ही होगा।

जिले में साढ़े चार लाख मीट्रिक टन पैदा हुआ आलू

जिले में 16 हजार हेक्टेअर में आलू की बोआई की गई है। साढ़े चार लाख मीट्रिक टन आलू पैदा हुआ है। पिछले वर्ष 2016 में लगभग साढ़े तीन लाख मीट्रिक टन आलू पैदा हुआ था।

सभी कोल्ड स्टोर मालिकों को 15 फरवरी से बुकिंग करने के आदेश दे दिए गए थे। जिन किसानों ने बुकिंग करा रखी है उनका आलू कोल्ड स्टोर में रखा जा रहा है। जो किसान बुक नहीं करा पाए हैं उनके लिए टोकन की व्यवस्था लागू है। इस बार टोकन के आधार पर ही आलू का भंडारण होगा।
जयकरण सिंह, जिला उद्यान अधिकारी

दो दर्जन से अधिक हैं कोल्ड स्टोरेज

जिले में 24 कोल्ड स्टोर संचालित हो रहे हैं। जिसमें 2 लाख 30 हजार मीट्रिक टन आलू रखने की क्षमता है। हर बार की तरह अधिकांश किसानों ने खेत से ही आलू बेच दिया है। करीब डेढ़ लाख मीट्रिक टन आलू बाहर जिलों में सप्लाई हो चुका है। इस बार आलू की काफी पैदावार है।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

     

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