अगेती आलू से किसानों को होगा फायदा

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अगेती आलू से किसानों को होगा फायदाआलू की खेती के लिए अपनी फसल तैयार करता एक किसान।

लखनऊ। सितम्बर महीने में अगेती आलू बुवाई की शुरुआत हो जाती है, पहले जहां किसान देरी से आलू बुवाई करते थे, अब जल्द ही बुवाई कर फायदा कमा रहे हैं।

तब बाजार में आ जाएगा आलू

सीतापुर जिले के गोंदलामऊ विकास खंड के गोपालपुर पश्चिम गाँव रहने वाले नंदू पाण्डेय (35 वर्ष) इस बार 20 एकड़ में आलू लगा रहे हैं। नंदू पाण्डेय बताते हैं, "इस बार ज्यादा आलू लगा रहा हूं, जब तक गेहूं की बुवाई शुरु होगी, आलू बाजार में आ जाएगा। हमारी तरफ ज्यादातर किसान जल्द ही आलू लगा लेते हैं, इससे अच्छा मुनाफा हो जाता है।

तभी देते हैं अगेती आलू की खेती को बढ़ावा

प्रदेश में फर्रुखाबाद और आगरा जि़लों में सबसे ज्यादा आलू का उत्पादन होता है। इसके साथ ही कानपुर, कन्नौज, इटावा, सीतापुर, बाराबंकी जैसे जिलों में बड़ी मात्रा में किसान आलू की खेती करते हैं। आलू की खेती मुनाफे का सौदा साबित हो इसके लिए किसान अगेती आलू की खेती करते हैं।

यह जल्द तैयार होने वाली किस्में

कुफरी चन्द्र मुखी, कुफरी अलंकार, कुफरी बहार 3792 ई, कुफरी नवताल जी 2524, चिप्सोना जैसी जल्दी तैयार होने वाली किस्में हैं। चिप्सोना प्रजाति के आलू की मार्केटिंग होने के कारण किसानों को इसका दाम मिलता है।

बुवाई से पहले बीजशोधन जरूरी

सीतापुर जिले के कृषि विकास केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. दया शंकर श्रीवास्तव बताते हैं, "इस बार बारिश अच्छी हुई है, इस बार सर्दी भी अच्छी पड़ेगी, इसलिए आलू की पैदावार भी अच्छी होने के आसार है।" वो आगे बताते हैं, "लेकिन अच्छी पैदावार के लिए किसानों को नया बीज ही लगाना चाहिए और बुवाई के पहले बीजशोधन जरूर कर लेना चाहिए।"

तो इस बार भी होगी आलू की पैदावार अच्छी

आलू विकास अधिकारी वाहिद अली बताते हैं, "साल में 2014-15 में प्रदेश में लगभग पांच लाख हेक्टेयर की आलू लगाया गया था और उत्पादन 129 लाख मीट्रिक टन हुआ था और 2015-16 में में भी पांच लाख हेक्टेयर में आलू लगा था, लेकिन उत्पादन घटा था।" वो आगे बताते हैं, ''इस बार आलू की पैदावार बढ़िया होने की उम्मीद है, अगर मौसम अच्छा रहा तो इस बार आलू अच्छी पैदावार होगी।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

  

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