#स्वयंफेस्टिवल: बच्चों ने माना पेटीएम आज की जरूरत, जानीं यूपी पुलिस की नई सेवाएं 

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
#स्वयंफेस्टिवल: बच्चों ने माना पेटीएम आज की जरूरत, जानीं यूपी पुलिस की नई सेवाएं बच्चों को सुनाई गई मीनल की कहानी।

स्वयं डेस्क/ दिवेंद्र सिंह (28 वर्ष)

सिद्धार्थनगर। पेटीएम आज की जरूरत है। नोटबंदी के दौरान जब हमारे पास हाथ में रुपये नहीं थे तो कई लोगों ने पेटीएम के जरिये अपने खर्चे पूरे किये। असल में, पेटीएम एप्प से हम मोबाइल रिचार्ज, बिजली का बिल, दुकानों से खरीदारी जैसे अन्य कई खर्चें बड़े आराम से कर सकते हैं। यानी अगर आपके हाथों में पैसे नहीं है तो पेटीएम आपकी मदद करेगा। गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 2 से 8 दिसंबर तक 25 जिलों में मनाए जा रहे 'स्वयं फेस्टिवल' के तहत पेटीएम के बारे में बच्चों और शिक्षकों को जागरूक किया गया। यह कार्यक्रम सिद्धार्थनगर के बर्डपुर ब्लॉक के देवीयपुर गाँव में 4 दिसंबर को आयोजित किया गया।

बच्चों को सुनाई गई मीनल की कहानी

कार्यक्रम में बच्चों को मीनल की कहानी सुनाई गई, जिसमें मीनल ने पेटीएम से लोगों की मदद करने के साथ-साथ कमाई का जरिया भी बनाया। मीनल नहीं जानती थी कि उसे पेटीएम के जरिए कमाई का एक जरिया मिलेगा। वह नवीं कक्षा की छात्रा है। नोटबंदी का फैसला उसके लिए भी मुसीबत का सबब बन गया। मगर उसने अखबारों के माध्यम से पेटीएम के बारे में पढ़ा। फिर क्या था, उसने अपने एंड्रॉयड फोन में पेटीएम डाउनलोड करके उससे रिचार्ज कर लिया। इतना ही नहीं, अपने पेटीएम के माध्यम से मीनल ने अपने गाँव के अन्य लोगों की खरीदारी की जरूरतों को भी पूरा करने लगी। उसने इस सुविधा के बदले सभी से एक फीस लेना तय किया। साथ ही, एक कमाई का श्रोत भी तलाश लिया। इस दौरान बच्चों को पेटीएम एप्प डाउनलोड करना और उसके फंक्शन के बारे में भी बताया गया।

1090 और यूपी 100 के बारे में भी जाना

देवीयपुर गाँव में और नौगढ़ ब्लाक के कस्तूरबा विद्यालय में भी बच्चों को यूपी पुलिस की नई सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। इस मौक पर उन्हें यूपी पुलिस की आपातकाल हेल्पलाइन यूपी 100, महिला हेल्पलाइन 1090, साइबर क्राइम, यूपी पुलिस महिला सम्मान प्रकोष्ठ, यूपी पुलिस टिवटर सेवा समेत अन्य सेवाओं के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया गया।

जब बोले बच्चे

कस्तूरबा विद्यालय में कार्यक्रम के बाद सरिता, शाहिदा, नंदनी और कपूरी का कहना था कि सच में हम पेटीएम का फायदा उठा सकते हैं। बस हमें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। मीनल की कहानी सच में बहुत अच्छी है। वहीं, यूपी पुलिस की सेवाओं के बारे में भी अच्छी जानकारी मिली जो हम अभी तक नहीं जानते थे।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.