पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से ठिठुरा उत्तर भारत, आने वाले चार-पांच दिन होंगे और ठंडे

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पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से ठिठुरा उत्तर भारत, आने वाले चार-पांच दिन होंगे और ठंडेआने वाले दिनों में और बढ़ेगी सर्दी।

लखनऊ। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने उत्तर भारत में ठंड बढ़ा दी है। शाम ढलते ही गलन बढ़ने के साथ ही हल्की हवा का झोंका भी कहर ढा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में ठंड का प्रकोप बढ़ेगा। शिमला में पारा छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। वहां बुधवार को तामपाम माइनस 3.2 डिग्री दर्ज किया गया।

गिरते पारे और बढ़ते ठिठुरन की यह समस्या राजधानी लखनऊ सहित इटावा, मैनपुरी, एटा, मेरठ, बाराबंकी आदि में भी जारी है। बहुत से ज़िलों में कड़ाके की ठंड को देखते हुए स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई है।

पहाड़ों में बर्फबरी और उत्तरी पश्चिमी हवाओं के चलने से उप्र में अभी ये गलन जारी रहेगी। अगले कम से कम पांच दिन तक ऐसी ही ठंडक बनी रहेगी। मगर इसके बाद में सर्दी में कुछ कमी आने की संभावना है।
जेपी गुप्ता, निदेशक, आचंलिक मौसम विज्ञान केंद्र

मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ों पर बीते कुछ दिनों से ही रही तेज बर्फबारी के चलते उत्तर भारत सहित आस-पास के प्रदेशों में ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है। इस क्रम में स्कूलों में छुट्टियां भी बढ़ा दी गई हैं। प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में हालत एक सी है। इससे हर उम्रवर्ग के लोग परेशान हो रहे हैं। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "मौसम में आया यह बदलाव आने वाले दो-तीन दिनों में और ज्यादा असर दिखाएगा। गलन में इजाफा होगा।"

किसानों के लिए सर्द मौसम कहर के समान है क्योंकि इस दौरान फसल को भी पाला मारने का खतरा सताता रहता है। ऐसे में कृषकों को अपनी खेती को बचाने के लिए भी खासी मशक्कत करनी होगी। इस बारे में सरोजनी नगर के मुल्लाहीखेड़ा गाँव के रहने वाले किसान नरेंद्र सिंह (32 वर्ष) कहते हैं, "किसानों के लिए ज्यादा ठंड पड़ना भी हानिकारक है। इससे फसल को पाला मारने का खतरा होता है। साथ ही, पशुपालकों को भी अपने पशुओं को ठंड से बचाने के पर्याप्त मशक्कत करनी पड़ती है।"

बर्फबारी

बता दें कि मेरठ में बारिश के बाद सर्दी के तेवर और तीखे हो गए हैं। मंगलवार को दिनभर चली शीतलहर ने धूप में कंपकंपी छुड़ा दी। इससे दिन और रात का पारा भी गिर गया है। कड़ाके की ठंड में बच्चे भी कांपते हुए स्कूल पहुंचे। मौसम विभाग ने तीन दिन तक वेस्ट यूपी में ऐसे ही मौसम की संभावना जताई है। उम्मीद है कि जल्द ही यहां जिला प्रशासन की ओर से स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए जाएंगे। दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के साथ हवा के झोंकों को पारे को धराशायी कर दिया है। इस बीच दिन का पारा 3 डिग्री लुढ़क गया है। दिन के साथ रात के तापमान में भी कमी आई है। मौसम कार्यालय पर अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री और न्यूनतम 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। अधिकतम आर्द्रता 73 और न्यूनतम 27 प्रतिशत दर्ज की गई है। एक दिन पहले की अपेक्षा दिन के तापमान में तीन डिग्री और रात के तापमान में एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।

आठवीं तक के स्कूल 14 तक बंद

उधर, बाराबंकी समेत कई जिलों में सरकारी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। बाराबंकी जनपद में जिलाधिकारी अजय यादव ने शीत लहर व ठंड के बढ‍़ते प्रकोप को देखते हुए नर्सरी से कक्षा 8 तक के समस्त विद्यालयों को 14 जनवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया है। हालांकि, शिक्षक व शिक्षिकाएं इस अवकाश के दौरान प्रतिदिन सुबह 10 से दो बजे तक विद्यालयों में उपस्थित रहकर गैर शैक्षणिक कार्य संपन्न करेंगे। इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह ने जिलाधिकारी के आदेशों के सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

जरा सी लापरवाही पड़ सकती है भारी

इस बारे में डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव बताते हैं, "ठंड के मौसम में जरा सी लापरवाही काफी दिक्कत दे सकती है। ऐसे में बुजुर्गों और बच्चों को काफी देखभाल की जरूरत होती है। साथ ही, जिसे हड्डी में पुरानी चोट लगी हो वह सावधानी बरतते हुए चोट वाली जगह पर गरम पट्टी करे।"

    

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