सपा में लूट के बंटवारे का झगड़ा नोटबंदी के साथ बंद हो गया:केशव
Rishi Mishra 26 Nov 2016 9:32 PM GMT
लखनऊ। अब आप ही देख लीजिये मैं ही नहीं भाजपा के सभी बड़े नेता कहा करते थे कि समाजवादी पार्टी में सारा झगड़ा लूट के माल को बांटने का है। मगर जैसे ही काला धन को लेकर नोटबंदी का नियम लागू हुआ सपा का सारा झगड़ा एक पल में खत्म हो गया है। न लूट का माल बचा और न ही झगड़ा, जनता ये सारी बातें जानती है। इसलिए मैं देख रहा हूं कि भारतीय जनता पार्टी आगामी चुनाव में बहुत बड़ी जीत हासिल करने जा रही है। इतना वोट भाजपा को मिलेगा कि कोई हमें नहीं रोक सकेगा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद केशव प्रसाद मौर्य जोश से लबरेज हैं। गांव कनेक्शन के मुख्य संवाददाता ऋषि मिश्र से बातचीत में उन्होंने विभिन्न् सियासी मुद्दों पर बड़ी ही बेबाकी से राय दी। विरोधियों से लेकर बीजेपी के भीतर की चुनौतियों से निपटने की अपनी रणनीति स्पष्ट की।
सवाल : विभिन्न दलों के बड़े नेता भाजपा में आएं हैं, उनके साथ संयोजन कैसे करेंगे?
भाजपा बड़े नेताओं की ही पार्टी है। अनेक बड़े नेता हमारे दल में पहले से ही हैं। पहली बार नहीं है कि विभिन्न दलों से लोग हमारे साथ आए हैं। इसलिए कोई दिक्कत नहीं आएगी। सभी लोग मिल कर बीजेपी की तरक्की के लिए काम करेंगे।
सवाल : कहा जाता है कि केशव प्रसाद मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य के बीच तल्खियां हैं?
इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। दोनों नेता एक साथ मिल कर बीजेपी की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं और करते रहेंगे। हमारे सारे नेता बिना भेदभाव के काम करते हैं। बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है जिसमें एक आदर्श लोकतंत्र है।
सवाल : विपक्षी कह रहे हैं कि नोटबंदी से जनता परेशान है?
अमीर, गरीब और करोड़पति सब नोटबंदी के फैसले से खुश हैं। ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऐतिहासिक फैसला है। सब खुश हैं मगर विपक्ष नाराज है। अब प्रदेश की बात करें। जबसे नोटबंदी है, समाजवादी पार्टी में चाचा भतीजे की लड़ाई समाप्त हो गई है। सारा झगड़ा ही लूट के माल के बंटवारे का था। हम पहले से ही कह रहे थे। मगर यही हाल विरोध करने वाले सभी विपक्षी दलों का है। दौलत की देवी मायावती पीड़ा में हैं। इसी तरह से अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी सब बेहाल हैं।
सवाल : बीजेपी उप्र में टिकटों का वितरण कब से शुरू करेगी?
प्रत्येक सीट पर टिकटों को लेकर मारामारी है। बहुत अधिक लोग टिकट चाह रहे हैं। इसलिए दो तरह के सर्वे होंगे। एक परिवर्तन यात्रा के दौरान किया जा रहा है। जबकि दूसरा निजी एजेंसी करेगी। इसके बाद में हम जनवरी से टिकटों का वितरण शुरू कर देंगे। हम अपना दल और भारतीय समाज पार्टी के साथ मिल कर 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
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