25 सालों से चल रहा चिकित्सालय, लेकिन लोगो को पता तक नहीं

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25 सालों से चल रहा चिकित्सालय, लेकिन लोगो को पता तक नहींगाँव कनेक्शन

फतेहपुर। विकास खण्ड खजुहा के कस्बा जाफरगंज का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) दो जर्जर कमरों में चल रहा है। यहां पर शायद ही कोई बीमार मरीज आते हों, क्योंकि यह चिकित्सालय अपने में खुद ही बीमार है और इलाज के लिए तरस रहा है। जबकि इस चिकित्सालय को यहां पर चलते हुए 25 वर्ष से अधिक हो गए हैं फिर भी कई क्षेत्रीय लोगों को पता तक नहीं है कि यहां पर चिकित्सालय भी है। 

कस्बावासी रामू पाण्डेय बताते हैं, “उक्त चिकित्सालय सिर्फ नाम का ही चिकित्सालय है क्योंकि इस क्षेत्र के सारे मरीजों को बिन्दकी सीएचसी या प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है जोकि इस क्षेत्र से 20 किमी दूरी से भी अधिक पर है। जबसे यह चिकित्सालय बना है तबसे यहां डाॅक्टर और स्टाफ तो है पर उपचार के लिये जरूरी सुविधायें नहीं हैं। जिससे यहां के मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई राहत नहीं मिल पा रही है।” 

वहीं ग्रामीण लक्ष्मीकांत शाहू का कहना है, “चिकित्सालय में मरीजों के उपचार की तो बात ही छोड़िए यहां पर तो पूरे स्टाफ और मरीजों के बैठने तक की जगह नहीं है। डाॅक्टर साहब यहां पर आकर अपनी ड्यूटी पूरी करके चले जाते हैं फिर इसके बाद इस जर्जर चिकित्सालय में अराजकतत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।”

पीएचसी के चिकित्साधिकारी संतोष कुमार ने बताया, “मेरी ज्वाइनिंग यहां पर फरवरी 2010 में हुई थी। हमारे साथ यहां स्टाफ में फार्मासिस्ट, वार्डब्वाय और सफाई कर्मचारी सभी हैं। हमारा चिकित्सालय जर्जर दो कमरों में चल रहा है। पता नहीं यह भवन किस समय गिर जाए हम लोगों को तो यहां पर बैठने में ही डर लगता है। लेकिन मजबूरी है कि ड्यूटी तो करनी ही पड़ेगी।” संतोष कुमार आगे बताते हैं, “चिकित्सालय सम्बन्धित जरूरत की समाग्री सहित दवाएंं भी सुरक्षित नहीं हैं। यहां की समस्याओं की शिकायत और जानकारी कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को दी है   

साथ ही जिला मुख्य चिकित्साधीक्षक सहित जिला उप मुख्य चिकित्साधीक्षक ने इसका कई बार मुआयना भी किया है पर आज तक यहां की सारी समस्याएं जस की तस ही बनी हुई है।”  

रिपोर्टर - आशुतोष शुक्ला

 

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