'बाइक वाली लड़की कायम करेगी मिसाल'

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बाइक वाली लड़की कायम करेगी मिसालगाँव कनेक्शन

जमशेदपुर। शीतल संगीता एक्का (24 वर्ष) बाइक से अकेली ही पूरे भारत का भ्रमण करके पूरी दुनिया को बताना चाहती है कि भारत की लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। फौलादी इरादों वाली शीतल नए साल में कन्याकुमारी से कश्मीर के लेह-लद्दाख तक की यात्रा करेगी। 

शीतल ने ठान रखा है कि वह समाज की सोच बदलेगी। विरोध के बावजूद पहली सैलरी मिलते ही बाइक खरीदी और चलाया। शीतल बताती हैं, ''लोग कहते थे बाइक चलाना लड़कियोंं का काम नहीं है। हमारे समाज में आज भी लड़का जो करे वह ठीक और लड़की बाइक चलाए तो गलत।" 

छत्तीसगढ़ के जसपुर जिले की शीतल संगीता एक्का टाटा स्टील के कोक प्लांट में जूनियर इंजीनियर हैं। प्लांट में 1200 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में काम करती हैं। खारता वैली और डेजर्ट एक्सपिडिशन का हिस्सा बन चुकी शीतल अब बाइक से दुनिया देखना चाहती हैं। इस समय शीतल तैयारियों में जुटी हैं। कठिन अभ्यास कर रही हैं। सड़कों पर भारी-भरकम बाइक दौड़ाते इस युवती को अक्सर लोग देखते हैं। शीतल रोज जमशेदपुर से रांची बाइक से करीब 250 किमी आना-जाना करती हैं। वह भी बिना रुके। 

वे बाइक से एक दिन में 400 किमी का सफर कर सकती हैं। शीतल के शौक को कुछ लोग दीवानगी कहते हैं, तो कोई जोखिम भरा काम। कई नसीहत भी देते हैं। इन बातों से बेपरवाह शीतल बताती हैं, ''चुनौती स्वीकार करना मेरा पैशन है। डिप्लोमा करते समय कहा गया कि लड़की हो, इसीलिए सोच समझकर विषय चुनो। लेकिन मैंने मेटलर्जिकल विषय चुना। क्लास की टॉपर बनी। टाटा स्टील में जूनियर इंजीनियर के रूप में चयन हुआ। इसलिए कंपनी के कोक प्लांट में काम करने की चुनौती स्वीकार की। मुझे बचपन से एडवेंचर पसंद है।"  

शीतल आगे बताती हैं, ''एवरेस्ट विजेता बछेंद्रीपाल से मुझे एडवेंचर गेम की ओर बढ़ने की प्रेरणा मिली। वे टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन की चीफ  हैं। उनसे मैंने अपने पैशन के बारे में बताया। उन्होंने पहले पहाड़ों की चढ़ाई का अनुभव लेने की सलाह दी। इसके बाद मैंने नियमित दलमा की ट्रेकिंग की। एक दिन उनका फोन आया-'शीतल गेट रेडी फॉर खारता वैली एक्सपिडिशन।"

शीतल ने साल 2014 में 14 सितंबर से 9 अक्टूबर तक तिब्बत की खारता वैली के एक्सपिडिशन में मैंने हिस्सा लिया। साल 2015 में 19 फरवरी से 24 मार्च तक ग्रेट इंडियन वीमेंस डेजर्ट एक्सपिडिशन में शामिल हुई। 

रिपोर्ट - अम्बाती रोहित

 

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