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रवीश कुमार
वरिष्ठ पत्रकार और एनडीटीवी सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर हैं, प्राइम शो देशभर में चर्चित हैं। समाज के वो मुद्दे उठाते हैं बाकी जगह कहीं छिप से जाते हैं। आपका ब्लॉग कस्बा हिंदी भाषा का शुरुआती ब्लाग है।
नायडू की फरमाइश, बोल री जनता अब तो बोल
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों से पूछें कि उनकी पार्टी को क्यों नहीं वोट करेंगे, जबकि उनकी सरकार की दी हुई हर सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। लोगों से...
रवीश कुमार 26 Jun 2017 12:49 PM GMT
रवीशपंती: ख़बरें न कर पाने की व्यथा और अच्छी ख़बरों को साझा करने की ख़ुशी
टीवी में तो ग्राउंड रिपोर्टिंग खत्म ही हो गई है। इक्का दुक्का संवाददाताओं को ही जाने का मौका मिलता है और दिन भर उन पर लाइव करने का इतना दवाब होता है कि वे डिटेल में काम ही नहीं कर पाते हैं। जब तक वे...
रवीश कुमार 25 Jun 2017 1:11 PM GMT
अब ग्रीन विकेट का नारा
जर्मनी में 2006 के साल में विश्व कप फुटबॉल होने वाला था। वहां 32 देशों के खिलाड़ी और समर्थक लाखों की संख्या में आने वाले थे। जर्मनी ने हिसाब लगाया कि इससे कितने पानी की ज़रूरत होगी, कितना पानी बर्बाद...
रवीश कुमार 20 Jun 2017 11:19 AM GMT
क्यों भूल जाना चाहेंगे आप, ‘हिन्दी मीडियम’ देखने के बाद
हिन्दी मीडियम फ़िल्म अपने आख़िरी सीन में ज़्यादा क्रूर है। वास्तविक और ईमानदार है। इरफ़ान अंग्रेज़ी और अमीर समाज के ज़रिए देश को नैतिकता का लेक्चर देते हैं मगर बदले में उन्हें सन्नाटा मिलता है। कोई...
रवीश कुमार 4 Jun 2017 10:08 AM GMT
चार लाख पुलिसकर्मियों के पद ख़ाली हैं, किसी को फिक्र नहीं
मेरा हमेशा से मानना रहा है कि सरकारें बेरोज़गारों को बढ़ावा देती हैं। इसलिए किसी भी सरकार ने आज तक ऐसा सिस्टम नहीं बनाया जिससे कोई भी जान सके कि किस महीने कितने लोगों को रोज़गार मिला है। सरकारी और...
रवीश कुमार 20 April 2017 10:54 AM GMT
गरीबों के ख़िलाफ लाइसेंस राज का फंदा
1990 के साल से इंस्पेक्टर और लाइसेंस राज के ख़िलाफ़ कानून बनाने से लेकर सियासी नारे लगाते देखा है। कोई भी नेता इंस्पेक्टर और लाइसेंस राज की समाप्ति का एलान कर उद्योगजगत की नज़र में दयाल हो जाता है।...
रवीश कुमार 2 April 2017 1:58 PM GMT