मायावती ने साधा प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना, चुनाव आयोग से नामांकन रद्द करने की मांग

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि मीडिया की जबर्दस्त आलोचनाओं के बावजूद चुनाव आयोग अगर जनसंतोष के मुताबिक निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है तो यह देश के लोकतंत्र के लिए बड़ी चिंता की बात है

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
मायावती ने साधा प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना, चुनाव आयोग से नामांकन रद्द करने की मांग

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से भाजपा प्रत्याशी और हाल ही में विवादास्पद बयान देने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधते हुए सोमवार को सवाल किया कि चुनाव आयोग प्रज्ञा का नामांकन रदद क्यों नहीं कर रहा है।

मायावती ने सुबह एक टवीट में कहा, ''(चुनाव) आयोग केवल नोटिस ही क्यों जारी कर रहा है ... प्रज्ञा का नामांकन क्यों नहीं रद्द कर रहा है ?'' उन्होंने बाद में जारी एक बयान में कहा, ''भोपाल से भाजपा की प्रत्याशी व मालेगांव आतंकी विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का बार-बार यह दावा है कि वह चुनाव नहीं बल्कि धर्मयुद्ध लड़ रही हैं। इस पर भी चुनाव आयोग की चुप्पी उनका व ऐसे अन्य नेताओं का मनोबल बढ़ा रही है।''

ये भी पढ़ें:राहुल गांधी बोले- अलग से लाएंगे किसानों का बजट; महिलाओं को सरकारी नौकरी में देंगे कोटा

ये भी पढ़ें: कांग्रेस ने घोषित किए दिल्‍ली के कैंडिडेट, मनोज तिवारी से होगा शीला दीक्षित का मुकाबला

उन्होंने कहा, ''वैसे इस मामले में वास्तविकता यह है कि यही भाजपा व आरएसएस का असली चेहरा है जो लगातार इस चुनाव में भी बेनकाब हो रहा है। लेकिन चुनाव आयोग केवल नोटिस ही क्यों जारी कर रहा है तथा बीजेपी नेतृत्व साध्वी प्रज्ञा को चुनाव के नाम पर धर्मयुद्ध लड़ने की इजाज़त क्यों दे रहा है। चुनाव आयोग को इस प्रकरण को जरूर गम्भीरता से लेना चाहिये।''

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि मीडिया की जबर्दस्त आलोचनाओं के बावजूद चुनाव आयोग अगर जनसंतोष के मुताबिक निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है तो यह देश के लोकतंत्र के लिए बड़ी चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि इस गिरावट के लिए असली जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं हैं जो एक नहीं बल्कि चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के अनेकों गंभीर आरोपों से घिरे हुए हैं और वे मामले आयोग के समक्ष लम्बे समय से फैसले के लिए लम्बित पड़े हुए हैं।

ये भी पढ़ें: मायावती ने की आजम के लिए रैली, बोलीं- इस बार नमो-नमो वाले नहीं आएंगे

     

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.