पढ़ाई संग खेलकूद में भी अव्वल हैं इस स्कूल के बच्चे

- प्रदेश स्तर की योग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पा चुके हैं सुमेरपुर ब्लॉक का कुछेछा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चे, स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक विकास पर खास जोर दिया जाता है। बच्चे सेहतमंद और फुर्तीले बनें इसके लिए नियमित रूप से सुबह की प्रार्थना के बाद आधे घंटे योग कराया जाता है।

Chandrakant MishraChandrakant Mishra   26 Sep 2018 7:43 AM GMT

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पढ़ाई संग खेलकूद में भी अव्वल हैं इस स्कूल के बच्चे

हमीरपुर। सुमेरपुर ब्लॉक का कुछेछा करीब पांच सौ परिवारों वाला गाँव है। गाँव की सड़क से सटे पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे पढ़ाई ही नहीं खेल में भी अव्वल हैं। प्रदेश स्तर की खेलकूद प्रतियोगिताओं में यहां के बच्चे कई पुरस्कार पा चुके हैं।

स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक विकास पर खास जोर दिया जाता है। बच्चे सेहतमंद और फुर्तीले बनें इसके लिए नियमित रूप से सुबह की प्रार्थना के बाद आधे घंटे योग कराया जाता है। मैदान में बच्चे क्रिकेट, फुटबाल, ऊंची कूद जैसे खेल खेलते हैं। पिछले साल प्रदेश स्तर की योग प्रतियोगिता में विद्यालय के बच्चे प्रथम स्थान पर रहे। वहीं बुलंदशहर में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रहे।

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यहां तैनात खेल शिक्षिका मोनिका तिवारी की बदौलत आज स्कूल की यह तस्वीर सबके सामने है। वह बच्चों में छिपी खेल प्रतिभा को निखारने में लगी हैं। मोनिका बताती हैं, 'हर बच्चे के अंदर एक खिलाड़ी छिपा होता है, बस उसे पहचानने की जरूरत होती है। जब मैं यहां आई तो देखा कि कई बच्चे खेल को लेकर काफी सक्रिय है। मैं उन्हें प्रशिक्षण देने लगी। पहले तो कुछ बच्चों ने ही खेल में रुचि दिखाई लेकिन जब वे बच्चे दूसरे विद्यालयों में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में जीतने लगे तो और बच्चे भी खेल में रुचि लेने लगे। आज हमारा स्कूल पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद के लिए पूरे जनपद में अलग पहचान रखता है।'

कक्षा सातवीं की शकीना को योग करना बहुत अच्छा लगता है। शकीना ने बताया, 'जबसे हमारी खेल की टीचर योग सिखाने लगी हैं मुझे स्कूल जाना बहुत अच्छा लगने लगा है। जिस दिन स्कूल आने का मन नहीं होता है उस दिन भी योग सीखने के लिए जरूर आती हूं।'

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वहीं आठवीं में पढ़ने वाले राकेश को क्रिकेट बहुत पसंद है। राकेश ने बताया, मैं रोज स्कूल में क्रिकेट खेलता हूं। पिछले साल हमारे स्कूल की टीम क्रिकेट प्रतियोगिता में दूसरे नंबर पर थी, लेकिन इस बार कोई कसर नहीं छोड़नी है। मैं और मेरे सभी साथी रोज अभ्यास कर रहे हैं। इस बार हम लोग जरूर जीत कर आएंगे।'

प्रधानाध्यापिका ने सुधारा शिक्षा का स्तर

विद्यालय की प्रधानाध्यापिका संगीता द्विवेदी ने बताया, 'हमारे विद्यालय के बच्चों की अलग पहचान बनती जा रही है। बच्चे में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, रंगोली जैसी प्रतियोगिताओं के जरिए छिपी प्रतिभा को निखारने का काम किया जा रहा है। मेरा उद्देश्य है कि हमारा विद्यालय प्रदेश में नंबर एक हो जाए।'

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यह स्कूल अच्छी पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद के लिए पूरे जनपद में मशहूर है। कई गाँवों के बच्चे यहां पढ़ने आ रहे हैं। प्रधानाध्यापिका संगीता ने बताया, 'हमारे यहां 197 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें79 छात्र और 118 छात्राएं हैं। हर साल बच्चों की संख्या बढ़ रही है। हम लोग पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे है जिससे दूसरे स्कूल के बच्चे प्रभावित होकर यहां पढ़ने आ रहे हैं।'

विद्यालय प्रबंध समिति भी रहती है सक्रिय

विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य भी काफी सक्रिय रहते हैं। स्कूल की देखरेख के साथ-साथ बच्चों का मनोबल बढ़ाने का काम भी करते हैं। प्रबंध समिति के अध्यक्ष कामता प्रसाद ने बताया, 'मुझे खुशी होती है जब मेरे स्कूल के बच्चे खेल में पुरस्कार जीतकर आते हैं। जो लोग अपने बच्चों को खेलने लिए बाहर भेजने से कतराते हैं मैं उन्हें समझाता हूं कि यह तो तुम्हारे लिए गर्व की बात है कि तुम्हारा बच्चा खेलने जा रहा है। अब ग्रामीण भी हमारा साथ देने लगे हैं।'

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क्रिकेट और योग पर ज्यादा रहता है ध्यान

स्कूल में फुटबॉल, वॉलीबाल, दौड़ जैसे खेल भी सिखाये जाते हैं। खेल शिक्षिका मोनिका ने बताया, 'हम लोगों का ध्यान योग और क्रिकेट पर खासतौर पर रहता है इसी का परिणाम है कि मेरा विद्यालय हर साल प्रतियोगिताओं में कोई न कोई स्थान जरूर लाता है। आज कल हर बच्चा क्रिकेट पसंद करता है इसलिए क्रिकेट खेलने के लिए बच्चों को कमी नहीं होती है। वहीं योग के लिए किसी किट या उपकरण की जरूरत नहीं होती है। बच्चों का शरीर भी लचीला बनता है।'

पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुछेछा...

कुल बच्चे: 197

छात्र: 79

छात्राएं: 118

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