साबुन से हाथ धोने की आदत डालने के लिए बनाया 'सोप बैंक'

लखीमपुर खीरी जिले के प्राइमरी स्कूल बेरिहातारानपुर' में बच्चों और अध्यापकों के द्वारा न सिर्फ साबुन इकठ्ठा किया जाता है, बल्कि स्कूल में बच्चों को साबुन के इस्तेमाल के बारे में बताया जाता है।

Shefali Mani TripathiShefali Mani Tripathi   3 Oct 2018 9:14 AM GMT

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साबुन से हाथ धोने की आदत डालने के लिए बनाया सोप बैंक

लखीमपुर। जीतिन ने आज फिर एक साबुन स्कूल के सोप बैंक (साबुन रखने का डिब्बा) में डाल दिया, जिससे कि कभी उसे बिना हाथ धोये खाना ना खाना पड़े।

सिर्फ जितिन ही नहीं, बल्कि स्कूल का कोई न कोई बच्चा हर रोज स्कूल के 'सोप बैंक' में एक साबुन लाकर डालता रहता है। सोप बैंक बनाने का शिक्षकों का एक मात्र उद्देश्य बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है।

इस तरह साबुन इकट्ठा करने के डिब्बे जिले के हर स्कूल में रखे गए हैं, जिसमें बच्चे साबुन लाकर डालते रहते हैं, इससे उन्हें हाथ धोने में दिक्कत नहीं होती।


लखीमपुर खीरी जिले के प्राइमरी स्कूल बेरिहातारानपुर' में बच्चों और अध्यापकों के द्वारा न सिर्फ साबुन इकठ्ठा किया जाता है, बल्कि स्कूल में बच्चों को साबुन के इस्तेमाल के बारे में बताया जाता है। इसके द्वारा बच्चों को सफाई के फायदे और हाथ गंदे होने पर होने वाली बीमारियों की जानकारी दी जाती है।

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"हमारी टीचर ने बताया कि हमें अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए। ऐसा करने से हाथों की गंदगी ख़त्म हो जाती है," छात्र जीतिन (10 वर्ष) ने बताया।

विद्यालय की अध्यापिका शिखा गुप्ता कहती हैं, "अध्यापक बच्चों को बताते हैं कि कब-कब हमें साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए, हमारी कोशिश है कि सोप बैंक बनाने के पीछे छिपे मकसद को बच्चे समझ सकें और सफाई के प्रति जागरूक हों।"

शिखा आगे बताती हैं, "बच्चे जब स्कूल में सीखते हैं तो अपने घर में भी परिजनों को बताते हैं और हमें स्कूल में यह सिखाया गया, ऐसे में ग्रामीण लोग भी न सिर्फ साबुन का इस्तेमाल करना सीखते हैं, बल्कि सफाई के प्रति जागरूक भी होते हैं।"

छात्र इरशाद (नौ वर्ष) ने कहा, ''हमारे घर पर सभी लोग साबुन से हाथ धुलते हैं। स्कूल में सोप बैंक के इस्तेमाल से वे लोग भी बहुत खुश हैं।''

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''बच्चों के साथ उनके अभिभावकों में भी साबुन के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता फ़ैलाने के लिए स्कूल की तरफ से एक शिक्षक और अभिभावक मीटिंग रखी जायेगी। इसमें अभिभावकों को भी साबुन के इस्तेमाल के बारे में बताया जाएगा, जिससे कि बच्चे घर पर भी साबुन का इस्तेमाल करें और सफाई सम्बंधित सम्बन्धित नियमों का पालन करें," शिक्षिका शिखा गुप्ता ने कहा।

       

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