चालू खरीफ सीजन में बढ़ा कपास का रकबा, बंपर उत्पादन होने का अनुमान

Mithilesh DharMithilesh Dhar   11 Nov 2019 12:42 PM GMT

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कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अनुमान जताया है कि देश में इस साल कपास की बंपर पैदावार होगी। एसोसिएशन के मुताबिक 13.62 फीसदी की वृद्धि के साथ चालू वर्ष में 354.50 लाख टन गांठ का उत्पादन हो सकता है। ये पिछले साल की अपेक्षा 42.5 लाख गांठ ज्यादा है। कपास की एक गांठ 170 किलोग्राम की होती है।

वर्ष 2018-19 में कपास की पैदावार 312 लाख गांठ थी। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा है कि रकबा बढ़ने के कारण कपास की पैदावार बढ़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि चालू खरीफ सीजन (2019-20) में कपास की खेती 127.67 लाख हेक्टयेर में हुई जो कि पिछले साल की अपेक्षा 7 लाख हेक्टयेर ज्यादा है। वहीं पिछले सीजन में 121 लाख हेक्टयेर में ही कपास की खेती हुई थी। न्यूनतम समर्थन मूल्य ज्यादा मिलने के कारण भी किसानों का रुझान कपास की खेती की ओर बढ़ रहा है।


कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CIA) ने अपने अनुमान में बताया है कि देश में कपास की कुल खपत 315 लाख गांठ के आसपास रहेगी जबकि निर्यात 42 लाख गांठ होने का अनुमान है। अमेरिकी कृषि विभाग ने पिछले महीने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि भारत में इस साल कपास की बंपर पैदावार होगी। हालांकि उत्पादन का उनका अनुमान 390 लाख गांठ के आसपास का है।

सीआईए के अध्यक्ष अतुल गनात्रा बताते हैं, " इस साल देश में अच्छी बारिश हुई है। ऐसे में हमारा अनुमान है कि कपास की पैदावार ज्यादा होगी। भारी और असमय बारिश के कारण कुछ जगहों पर नुकसान ता हुआ है फिर हमें उम्मीद है कि इस साल कपास का उत्पादन 42.50 लाख गांठ ज्यादा होगा।"

"अगले साल सितंबर 2020 में कपास की कुल सप्लाई 403 लाख गांठ होगी। हमारे स्टॉक में 25 लाख गांठ का आयात भी शामिल है।" अतुल आगे बताते हैं।

वहीं बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार महीनेभर के अंदर मंडियों में कपास खली की कीमतें 15 फीसदी तक नीचे गिरी थीं। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और हरियाणा की मंडियों में काफी गिरावट आई है।

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया की पूरी रिपोर्ट


 

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