दक्षिण भारत में घटा चाय का उत्पादन

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दक्षिण भारत में घटा चाय का उत्पादन

लखनऊ। पिछले साल के मुकाबले इस साल अगस्त में दक्षिण भारत में चाय के उत्पादन में कमी आई है। तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक को मिलाकर अगस्त में 117.1 लाख किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ जबकि पिछले साल 201.6 लाख किलोग्राम हुआ था।

भारत में चाय का उत्पादन अगस्त महीने में 17.65 करोड़ किलोग्राम रहा जोकि पिछले साल की समान अवधि के 16.62 करोड़ किलोग्राम के लगभग समान है। यह जानकारी टी बोर्ड ऑफ इंडिया ने दी।

टीबोर्ड ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार अगस्त में छोटे उत्पादकों का योगदान 799.4 लाख किलोग्राम रहा। हालांकि उत्तर भारत में इस साल अगस्त में चाय के उत्पादन में इजाफा हुआ है। उत्तर भारत में असम में 10.86 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ जबकि पिछले साल अगस्त महीने में राज्य में 10.26 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ था।

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पश्चिम बंगाल में चाय का उत्पादन इस साल अगस्त में 5.18 करोड़ किलोग्राम हुआ। जबकि पिछले साल अगस्त में 4.96 करोड़ किलोग्राम हुआ था।

चाय उत्पादन में दुनिया में दूसरे नंबर पर आने वाले भारत में कई चाय बागानों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। चाय बोर्ड के अनुसार, भारत में जितने में भी चाय बागान हैं, उसमें से 18 प्रतिशत की स्थिति बहुत ही दयनीय है। देश के 16 राज्यों में चाय के बागान हैं। असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल में देश का 95 प्रतिशत हिस्सा पैदा होता है। चाय बोर्ड के अनुसार पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग चाय दुनिया की सबसे महंगी और खुशबूदार चाय मानी जाती है, यहां पर लगभाग 86 बागान हैं, जहा चाय तैयार की जाती है।

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असम चाय उत्पादन में असम देश का सबसे बड़ा राज्य है। तमिलनाडु का नीलगिरि पहाड़ भी चाय उत्पादन के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। केरल का मुन्नार हिल स्टेशन में भी एक ऐसी जगह हैं, जहां बड़ी मात्रा में चाय बागान हैं। हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा चाय भी देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है, लेकिन इसका अस्तित्व भी अब खतरे है।

(एजेंसियों से इनपुट)


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