अमेरिकी पत्रकार संगठन ने पुष्प शर्मा की रिहाई की मांग की
गाँव कनेक्शन 19 May 2016 5:30 AM GMT
वॉशिंगटन (भाषा)। अमेरिका आधारित एक मीडिया प्रहरी संगठन ने भारत से गिरफ्तार पत्रकार पुष्प शर्मा को रिहा करने की मांग की है जिसपर आरोप है कि उसने आरटीआई जवाब में कथित रूप से फर्जीवाड़ा किया और ग़लत रिपोर्ट छापी। उसने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि सरकार आयुष मंत्रालय में योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति में मुसलमानों के साथ भेदभाव कर रही है।
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट के एशिया प्रोग्राम कोआर्डिनेटर बॉब डाइट्ज ने एक बयान में कहा, ''पत्रकार पुष्प शर्मा को उस वक्त जेल में नहीं होना चाहिए जब उनके खिलाफ अदालतों में मामला चल रहा है।'' डाइट्ज ने कहा, ''पत्रकार कोई खतरा नहीं हैं और उनके भागने का बहुत कम जोखिम है। हम भारतीय अधिकारियों से उन्हें तुरंत रिहा करने का आह्वान करते हैं।''
दिल्ली आधारित शर्मा को धोखाधड़ी, जालसाजी और धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य बढ़ाने के आरोप में 14 मई को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। शर्मा के खिलाफ मामला उस समय दर्ज किया गया जब उनकी रिपोर्ट 'वी डोंट रिक्रूट मुस्लिम्स: मोदी गवन्मेंर्ट्स आयुष मिनिस्टरी' अंग्रेजी पाक्षिक 'मिल्ली गजट' में प्रकाशित हुई। दिल्ली की एक अदालत ने शर्मा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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