अपनों की याद में बनाते हैं 'स्मृति स्तंभ', हजारों साल पुरानी है परंपरा
स्मृति स्तंभ किसी अपने के गुजर जाने के बाद उसकी याद में बनाए जाते हैं। छत्तीसगढ़ में बस्तर और दंतेवाड़ा में रहने वाली मारिया और गोंड जनजातियों की यह 3,000 साल या उससे अधिक पुरानी परंपरा है।
बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों में छोटे और ऊंचे खंभे देखना आम बात है। कुछ लकड़ी से बने होते हैं, कुछ पत्थर से और कुछ कंक्रीट से। वे सड़क के किनारे, जंगलों के अंदर या धान के खेतों के बीच में भी पाए जाते हैं।