अगर आपके पशु को सांप काट ले तो इन जरूरी बातों का रखें ध्यान

हर साल देश में 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत सांप काटने से हो जाती है, लेकिन इंसान ही नहीं पशु भी सर्पदंश का शिकार हो जाते हैं, उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ विजय कुमार सिंह बता रहे हैं, कि अगर आपके पशु को सांप काटे तो क्या करें।

Update: 2022-08-17 13:03 GMT

बारिश के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं, यह सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं कई पशुओं की भी मौत का कारण बनते हैं। इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपने पशुओं को सुरक्षित रख सकते हैं।

सर्पदंश से होने वाली मौतों को रोकने के लिए और लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए, गाँव कनेक्शन ने एक अभियान द गोल्डन ऑवर शुरू किया है। महीने भर चलने वाले इस अभियान के तहत गाँव कनेक्शन ने उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ विजय कुमार सिंह से बात की।

गाँव कनेक्शन: कैसे पहचानेंगे कि आपके पशु को सांप ने काटा है?

वीके सिंह: बारिश में सांपों का प्रकोप ज्यादा होता है। कई बार पशु चरने गया और लौटकर आया तो लोग जान नहीं पाते हैं कि उसे क्या हुआ है। सर्पदंश का प्राथमिक लक्षण ये होता है कि पशु के मुंह से झाग आ रहा हो और पशु बेचैन दिखायी देते हैं। साथ ही अगर पशु एक जगह खड़ा न होकर इधर-उधर टहल रहा हो तो ये सारे सर्पदंश के प्राथमिक लक्षण होते हैं।

ऐसे में उसके पैरों के पास देखना चाहिए कि कहीं पर कोई सांप काटे का निशान तो नहीं है, क्योंकि सांप ने काटा है तो वो घुटनों के ऊपर नहीं काटेगा, इसलिए ध्यान देखें। क्योंकि कई बार पशु चरने जाते हैं तो गलती से सांप के ऊपर पैर रख देते हैं, क्योंकि सांप किसी पशु को जल्दी नहीं काटते हैं।


साथ ही निशान की पहचान भी बहुत जरूरी होती है, कि सांप ने काटा है या फिर चूहे ने काटा है। इसलिण् ध्यान देखेंगे तो बिंदीनुमा दो दो घाव दिखायी देंगे। जैसे कि दो बिंदी किसी ने रख दी हो, ये मुख्य पहचान होती है।

गाँव कनेक्शन: पशुओं में सर्पदंश का इलाज क्या इंसानों से अलग होता है?

वीके सिंह: सांप काटने पर पशुओं को इंसानों की तरह ही एंटीवेनम इंजेक्शन दिया जाता है, लेकिन वो पशु चिकित्सालय पर न मिलकर मानव चिकित्सालय पर ही मिलता है।

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गाँव कनेक्शन: पशुओं के लिए एंटीवेनम कैसे उपलब्ध होगा?

वीके सिंह: इसके लिए अपने पास के पशु चिकित्सक से संपर्क करिए, अगर वो नहीं मिलते हैं तो अपने गाँव के ग्राम प्रधान और लेखपाल से संपर्क करिए, अगर वो लिखकर दे देंगे तो जो भी हमारी जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एंटीवेनम मिल जाएगा।

एंटीवेनम लाने के बाद जल्द से जल्द पैरावेट या पशुचिकित्सक से अपने पशु को एंटीवेनम का इंजेक्शन लगवा दें, जिससे आपके पशु की जान बच जाए।


गाँव कनेक्शन: अगर संर्पदंश से पशु की मौत हो जाती है तो क्या मुआवजा मिलेगा?

वीके सिंह: अगर सर्पदंश से आपके किसी पशु की मौत हो जाती है तो अभी जैसे बाढ़ या सूखे के दौरान जोकि दैवीय आपदाएं हैं, इसके लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय की तरफ से साल 2015 में गाइडलाइंस जारी हुईं थी, जिसके हिसाब से अगर पशु की मृत्यू हो जाती है, जिसका पंचनामा बनाकर अगर ग्राम प्रधान देते हैं तो पशुपालक को 30 हजार रुपए की राहत राशि दी जाती है, जिससे पशु की पूरी तो लागत तो नहीं निकलती, लेकिन कुछ क्षतिपूर्ति हो जाती है।

गाँव कनेक्शन: अगर पशु का बीमा कराया गया है क्या तब भी मुआवजा मिलता है?

वीके सिंह: अगर पशुपालक ने बीमा करा रखा है तो उसे पूरी धनराशि मिल जाती है, लेकिन इसके लिए अगर पशु की मौत सर्पदंश से हुई है तो डॉक्टर से पोस्टमॉर्टम कराके रिपोर्ट लानी होगी। अगर बाढ़ के दौरान सांप ने काटा है और पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाता है तो ग्राम प्रधान, लेखपाल और पंच से पंचनामा बनवाकर लाना होगा, उससे उसे बीमा कंपनी से मुआवजा मिल जाता है।


गाँव कनेक्शन: सांपों से बचने के लिए पशुशाला बनाते समय किन बातों का ध्यान रखें?

वीके सिंह: चाहे मुर्गी फार्म हो या डेयरी फार्म या फिर बकरी फार्म हो, हर एक की ऐसी व्यवस्था रखें कि जहां पर पानी निकालने के लिए नाली होती है, ज्यादातर उसी से होकर सांप आते हैं। इसलिए वहां पर ऐसी जाली लगाएं जिससे पानी तो बाहर निकल जाए, लेकिन सांप अंदर न आ सके। कोशिश करें कि फर्श पक्का होना चाहिए क्योंकि कच्ची फर्श पर चूहे बिल बना लेते हैं, जिससे होकर भी सांप अंदर आ जाते हैं। इसलिए इन बातों का हमेशा ध्यान रखें। 

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