अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी पर इलाज एवं खाना निशुल्क

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अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी पर इलाज एवं खाना निशुल्कगाँव कनेक्शन

बागपत। जिलाधिकारी अजयदीप सिंह ने पोषण मिशन के अर्न्तगत गोद लिये गए गुनखेड़ी का निरीक्षण किया। उन्होंने अतिकुपोषित ओैर कुपोषित बच्चों का वजन कराया। आंगनबाड़ी केन्द्र पर 62 बच्चे पंजीकृत पाए। जिलाधिकारी ने सीडीपीओ को निर्देश दिए कि अतिकुपोषित बच्चों को जिला अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास सेंटर (एनआरसी) मे भर्ती कराकर उन्हें उचित इलाज दिलाएं।

जिलाधिकारी अजयदीप सिंह ने कहा, ‘‘एएनएम और आंगनबाडी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है कि वह बच्चों की देखभाल करें।’’ उन्होंने सीडीपीओ को भी निर्देश दिये कि हर सप्ताह मे दो विजिट अवश्य कराएं।

उन्होंने अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी पर भेंजे जाने एवं उनके इलाज एवं खाने-पीने की निशुल्क व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा कुपोषित नही बचना चाहियें।

उन्होंने कहा, ‘‘एनआरसी पर कुपोषित बच्चो को निशुल्क इलाज और खाने पीने की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘गर्भवती महिलाओं को भी सभी आवश्यक टीके लगाए जाए। कुपोषित बच्चों को प्रयास करके शीध्र ही सामान्य की श्रेणी मे लाया जाए।’’ आंगनबाडी केन्द्र पर अतिकुपोषित श्रेणी के बच्चों का जिलाधिकारी ने वजन कराया।

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि गर्भवती महिलाओं के खान-पान का विशेष ध्यान रखें जाने की आवश्यकता है। जन्म के समय जिस बच्चे का वजन ढाई क्रिग्रा से कम है वह बच्चा कुपोषित श्रेणी का है। गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखे जाने की आवश्यकता है। 

जिलाधिकारी ने बच्चों की साफ-सफाई रखने एवं गांव में स्वच्छता रखे जाने के भी निर्देश दिये और उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि रिपोर्ट में फर्जी आंकडे न दिखाये जायें। 

उन्होंने अनटाइड फंड के उपयोग पर बल देते हुए कहा कि स्वच्छता एवं सफाई कार्य मे इस फंड का उपयोग किया जाए। 

जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं की संख्या पूछी। जिलाधिकारी को बताया गया कि 12 गर्भवती महिलाएं पंजीकृत हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि मातृत्व सप्ताह के अन्तर्गत सभी गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत पंजीकरण कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण की जांच कराकर उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं निशुल्क उपलब्ध करायी जाएंगी। सभी गर्भवती महिलाओं से सम्पर्क स्थापित कर संस्थागत प्रसवों में वृद्वि करना जिससे मातृ मृत्यु दर मे कमी लाए जाने का तेजी से प्रयास किया जायेगा। 

उन्होंने कहा कि ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवसो मे मातृ एवं बाल स्वास्थ्य सेवाओ की गुणवत्ता सुनिश्चित करायी जायेगी। जिलाधिकारी ने अपने सामने जिलाधिकारी ने कहा कि हर माह वच्चों का वजन लिया जाये ओर चार्ट कम्पलीट रखा जाये।

 

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