संवाद मुक्काबाज़- कुछ के लिए टॉनिक है, कुछ के लिए वाइन “यूपी में अकेले बरेली थोड़े न है, बनारस जाओ वहां से लड़ो।“ बस यहीं से
संवाद बाग़ों में बहार तो नहीं है मगर फिर भी… तस्वीरें अपनी नियति देखने वालों की निगाह में तय करती हैं। इंडियन एक्सप्रेस के प्रवीण
संवाद सरदार वल्लभ भाई पटेल सिर्फ लौह पुरुष तक ही सिमट गए, उनके भीतर का किसान नेता किसी को याद नहीं We salute Sardar Patel on his Jayanti. His momentous service and monumental contribution to India
संवाद आखिर युवा अपने पढ़ने के अधिकार को लेकर क्यों नहींं उठाता आवाज: रवीश कुमार देश के विश्वविद्यालयों पर लगातार 15 एपिसोड करता चला गया। हर एपिसोड बता रहा है
संवाद बीएचयू मामले में रवीश कुमार की टिप्पणी : आवश्यकता है ढंग के वाइस चांसलरों की वाइस चांसलरों का भरोसा पुलिस और तोप में बढ़ता जा रहा है। बीएचयू की छात्राओं
संवाद रवीश कुमार का लेख : असफल योजनाओं की सफल सरकार वर्ष 2022 में बुलेट ट्रेन के आगमन को लेकर आशावाद के संचार में बुराई नहीं
संवाद रवीश कुमार का सवाल: प्रधानमंत्री शेल कंपनियों के बारे में आधी बात ही बता रहे हैं? पिछले तीन साल में आयकर विभाग ने 1,115 शेल कंपनियों का पता लगाया है जो
संवाद दो साल सरकार चलाने का लाभ कश्मीरी पंडितों को क्या मिला? कश्मीर को लेकर हिन्दी मीडिया में और हिन्दी जनता में दोयम दर्जे की समझ है
संवाद अख़बारों के भीतर के पन्नों में छिपतीं अर्थव्यवस्था में गिरावट की ख़बरें बिजनेस अख़बारों में एक चीज़ नोटिस कर रहा हूं। अर्थव्यवस्था में गिरावट की ख़बरें अब
संवाद कृषि मंत्री जी, फ़सल बीमा को लेकर कोई खेल तो नहीं हो रहा है प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना के बारे में CAG की रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में