Read गंगा उद्भव योजना: मगध की जलसंचयन प्रणाली को क्यों नहीं मजबूत कर रही सरकार पेयजल की समस्या को खत्म करने के लिए बिहार सरकार ने मोकामा के पास से गंगा का पानी 190 किलोमीटर...
Read लौंगी मांझी के तीन दशकों का परिश्रम, सरकारों की नाकामी का जीता-जागता उदाहरण है बिहार के गया में 30 साल तक अकेले नहर खोदने वाले लौंगी मांझी की कहानी बहुत ही अनूठी है। दूसरा...
Read बिहार बाढ़: न पेट भर खाना, न स्वास्थ्य देखभाल और न ही शौचालय, एक महीने से शरणार्थियों की जिंदगी जी रहे बाढ़ पीड़ित दरभंगा के प्रखंड-कुशेश्वरस्थान पूर्वी के 200 परिवार पिछले एक महीने से अधिक समय से बाढ़ के कारण अपने घर से...
Read असम में पर्यावरण प्रभाव आकलन मसौदे (EIA 2020) का विरोध, बाघजान और डेहिंग पटकई से सीख लेने की अपील नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) और सिटिजनशिप एमेंडमेंट एक्ट (सीएए), 2019 के बाद अब विवादित पर्यावरण प्रभाव आकलन अधिसूचना (ईआईए),...
Read बदहाल स्वास्थ्य कर्मचारियों के भरोसे बिहार में कोविड-19 से लड़ाई कोरोना मामलों में तेज़ी, कम टेस्टिंग, थके-मांदे और कम वेतन पाने से नाराज़ स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बिहार अपनी सार्वजनिक...
Read बिहार: मिड डे मील के अभाव में रोटी-प्याज़ और भात-अचार खाकर जीने को मज़बूर मुसहर बच्चे COVID-19 के कारण मार्च के मध्य से ही देश भर में स्कूल बंद हैं। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने राज्यों...
Read बिहार के कोविड 19 डेडिकेटेड अस्पताल से लाइव: चिंता, निराशा और हताशा की अंतहीन कहानी बिहार में चार कोविड डेडिकेटेड अस्पताल हैं। यह आंखों-देखा हाल उन्हीं में से एक अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल...
Read कोयला आवंटन: पर्यावरण और विस्थापन की कीमत पर आत्मनिर्भरता? यह पहला मौका है जब भारत में कोयला खदानों को कॉमर्शियल माइनिंग (वाणिज्यिक खनन) के लिए खोला जा रहा है।...
Read बाघजान विस्फोट: ऑयल इंडिया लिमिटेड ने छह महीने पहले ही माना था, ‘देश तेल व गैस हादसों से निपटने के लिए नहीं है तैयार’ पर्यावरणविदों की चिंता है कि बाघजान और मागुरी मोटापुंग बील जैसे अति संवेदनशील क्षेत्र में पर्यावरण को हुए नुकसान की...