दिसंबर में चौथे ग्लोबल पार्टनर्स फोरम की मेजबानी करेगा भारत

#नई दिल्ली

माताओं, नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए समर्पित अगले पार्टनर्स फोरम का आयोजन भारत में 12-13 दिसंबर को नई दिल्ली में होगा। अब तक के सबसे बड़े पार्टनर्स फोरम या पीएमएनसीएच (पार्टनरशिप फॉर मैटरनल, न्यूबॉर्न एंड चाइल्ड हेल्थ) में 100 से ज्यादा देशों के 1200 साझेदार हिस्सा लेंगे। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। फोरम का आयोजन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और पीएमएनसीएच मिल कर करेंगे। दुनिया भर में महिलाओं, बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य व कल्याण में सुधार लाने के काम में भारत की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और प्रतिबद्धता को देखते हुए, इस साल का ग्लोबल पार्टनर्स फोरम का आयोजन करने की जिम्मेदारी भारत को सौंपी गई है।

इस फोरम का मकसद 1000 से ज्यादा हिस्सेदारों को एक साझी रणनीति पर एकमत करना है ताकि दुनिया भर में महिलाओं, बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य में अहम सुधार लाया जा सके। फोरम में अलग-अलग देशों के उन अनुभवों को साझा करने पर जोर रहेगा जो उन्होंने महिलाओं, बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य में सुधार में अहम भूमिका निभाने वाले कारकों के बीच समन्वय बैठाने के प्रयासों के जरिए हासिल किए हैं।

आइए देखते हैं उन लोगों की तस्वीरें जिन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में स्वच्छता, टीकाकरण, पोषण, शिक्षा और बाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाई है।

नीलमणि ने पोषण अभियान के तहत छत्तीगढ़ के बस्तर क्षेत्र के कुपोषित बच्चों को राष्ट्रीय पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया।नीलमणि ने पोषण अभियान के तहत छत्तीगढ़ के बस्तर क्षेत्र के कुपोषित बच्चों को राष्ट्रीय पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया।


 

श्वेता सिंह गोरखपुर में शिक्षिका हैं, उनके निर्देशन में सिक्तौर गांव के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों ने वातावरण स्वच्छ रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाया।श्वेता सिंह गोरखपुर में शिक्षिका हैं, उनके निर्देशन में सिक्तौर गांव के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों ने वातावरण स्वच्छ रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

झारखंड की रेनु देवी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालयों के निर्माण में अहम भूमिका निभाई।झारखंड की रेनु देवी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालयों के निर्माण में अहम भूमिका निभाई।

उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने राज्य को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए चलाए गए अभियान में अहम भूमिका निभाई है।उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने राज्य को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए चलाए गए अभियान में अहम भूमिका निभाई है।

रीता (18 वर्ष) और साधना (13 वर्ष) ने उत्तर प्रदेश के बधानी गांव में घर-घर जाकर साफ-सफाई की अहमियत बताई।रीता (18 वर्ष) और साधना (13 वर्ष) ने उत्तर प्रदेश के बधानी गांव में घर-घर जाकर साफ-सफाई की अहमियत बताई।

 

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