बैंक का कर्ज़ न चुका पाने पर किसान ने की आत्महत्या
गाँव कनेक्शन 4 Jan 2016 5:30 AM GMT
रिपोर्टर- सतीश कश्यप
कसौंजा (बाराबंकी)। बैंक के दबाव से परेशान चौतीस वर्षीय किसान भुल्लर यादव ने आत्महत्या कर ली। उस पर बैंक का करीब पांच लाख रूपए का कर्ज़ था।
मामला बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला इलाके के कसौंजा गाँव का हैl यहाँ के 34 वर्षीय किसान भुल्लर यादव ने आर्यावर्त ग्रामीण बैंक की मोहम्मदपुर खाला शाखा और उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास से किसान क्रेडिट कार्ड पर अपने बुजुर्ग पिता केशन के नाम पर ऋण लिया था। साथ ही उसने इधर उधर के रिश्तेदारों से भी कर्ज ले रखा था। भुल्लर यादव के बुजुर्ग पिता केशन ने बताया, ‘‘फसल बर्बाद होने के बाद वो दिमागी रूप से से परेशान रहने लगा था। वहीं दूसरी तरफ बैंक के लोग क़र्ज़ वापसी के लिए बाकायदा भुल्लर पर दबाव बना रहे थे इसी के चलते वो और परेशान हो गया, जिस वजह से उसने आत्महत्या कर ली।’’
भुल्लर ने बहनों की शादी करने के लिए उसने खेतों में अच्छी फसल पैदा करने के सपने से बैंक से कर्ज लिया था और सपने को पूरा करने के लिए ट्रैक्टर खरीदा था लेकिन उसकी फसल ने धोखा दे दिया| इसके बाद उसने उस ट्रैक्टर को बेचकर अपनी बहन की उस रकम से शादी कर डाली और वो बैंक का कर्जा अदा न कर सका।
इधर बैंक वाले लगातार कर्ज जमा करने का दबाव बना रहे थे, जिसके लिए उसने अपनी कुछ खेती गिरवी रखकर और कुछ पैसे इधर उधर से लेकर कुछ पैसे तो जमा कर दिए, लेकिन बैंक का कर्ज ब्याज लगाकर कही ज्यादा हो रहा था, जिसकी चिंता में उसने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली, क्योंकि अब उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा था जहां से वो और पैसे जुटा पता।
उपजिलाधिकारी फतेहपुर ने कहा, ‘‘आत्महत्या करने के मामले में सरकार से कोई ख़ास मदद नहीँ मिलती हालांकि परिवार को परिवारिक लाभ 30 हजार रूपये दिलाया जाएगा।’’
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