Gaon Connection Logo

अगर बैंक की तैयारी कर रहे हैं तो ये ज़रूर पढ़ें

India

लखनऊ। पिछले कुछ सालों से युवाओं का रूझान बैंकों की तरफ तेजी से बढ़ा है। जुलाई में देना और इलाहाबाद दोनों ही बैंकों की परीक्षाएं हैं जिनकी तैयारी में छात्र तेजी से जुटे हैं। इन परीक्षाओं की तैयारी में दिन रात पढ़ने के बजाय सही कार्ययोजना और समय प्रबंधन की ज़रूरत होती है। इस बारे में महिन्द्रा बैकिंग इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर रत्नेश कुमार बताते हैं, “बैंक की परीक्षाओं में सफल होने के लिए, उम्मीदवार को जिस चीज पर सबसे ज़्यादा ध्यान केंद्रित करने की ज़रूरत है, वह है- विषय की पूरी जानकारी और कड़ी मेहनत।”

समय प्रबंधन

किसी भी परीक्षा में समय प्रबंधन का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। प्रश्नों को हल करते समय, आपको हमेशा समय पर नज़र बनाए रखनी चाहिए कि आपने एक प्रश्न और उसी प्रकार के अन्य प्रश्नों को हल करने में कितना समय लिया।

ऑनलाइन मॉक टेस्ट 

पिछले वर्षों के टेस्ट पेपर, ऑनलाइन मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस टेस्ट सीरीज़, परीक्षा की तैयारी करने में आपकी सहायता कर सकती हैं। कुछ ऐसे ऑनलाइन टेस्ट हैं, जो परीक्षा की संरचना के समान हैं और आपकी योग्यता का परीक्षण करते हैं। यह आपको परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार की जानकारी भी देते हैं। शुरू में, आपको अधिक से अधिक प्रश्नों को हल करने की आदत डालनी होगी।

कार्ययोजना तैयार करें

यदि आप यह सोचते हैं कि बिना किसी उचित स्टडी प्लान या परीक्षा रणनीति के बिना आप किसी भी बैंक परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं तो ऐसा सोचना आपकी मूर्खता है। मोटे तौर पर, बैंक परीक्षा की लिखित परीक्षा की तैयारी करने के लिए दो तरीके हैं-

सेल्फ स्टडी

यदि आप अपने समय को प्रबंधित और व्यवस्थित कर सकते हैं, तो आप स्वयं से अध्ययन कर सकते हैं। अपने पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें, विभिन्न बुक स्टोर्स या ऑनलाइन साइट्स से उचित क़ीमतों में ख़रीद सकते हैं। इससे आपकी दो तरह से बचत तो तय है।

कोचिंग सेंटर से मदद लें

संस्थानों के पास टेस्ट पेपर्स और प्रैक्टिस मॉड्यूल की एक बड़ी सीरीज़ होती है। प्रशिक्षक, आपके सवालों के जवाब आसानी से समझाते हैं। निरंतर अभ्यास और नियमित रूप से टेस्ट उम्मीदवारों को सफल होने में मदद करता है। 

पैटर्न को समझें

परीक्षा के पैटर्न की एक विस्तृत समझ होना बहुत आवश्यक है। यह परीक्षा के महत्वपूर्ण विषयों, अंकों के वितरण, सेक्शन्स की संख्या, नेगेटिव मार्किंग और कुल मार्किंग स्कीम के विश्लेषण में आपकी सहायता करता है। जब आपके पास समय की कमी हो या आप कुछ प्रश्नों का उत्तर देने में असमर्थ हैं, तो आप हमेशा अधिकतम वेटेज के प्रश्नों का चयन कर सकते हैं और उस सेक्शन को हल कर सकते हैं जो आपको अच्छे से आता है। यह, केवल परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बजाय, एक अच्छा स्कोर प्राप्त करने के आपके अवसरों को बढ़ा सकता है।

जागरूक रहें

पढ़ाई के साथ-साथ, आपको हमेशा सभी आगामी बैंक की नौकरियों और उनसे संबंधित परीक्षाओं के बारे में सतर्क और जागरूक रहना होगा। आपके द्वारा परीक्षा के आधार पर चुनी गई, सभी बैंकों और उनके द्वारा प्रस्तुत नौकरियों के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। आपको उन विभिन्न अन्य बैंक परीक्षाओं के बारे में भी जानकारी एकत्रित करनी चाहिए जिनके विषय समान हों लेकिन उनकी संरचना अलग हो। समय-समय पर कुछ पद रिक्त होते रहते हैं जो कि उम्मीदवारों के लिए सुनहरा अवसर होते हैं। 

निगेटिव मार्किंग का रखें ध्यान

आज से कुछ वर्ष पहले तक बैंक की परीक्षाओं में निगॅटिव मार्किंग नहीं थी। इस कारण युवा सभी प्रश्नों का उत्तर दे देते थे। इनमें कुछ उत्तर अनुमान पर आधारित होने के बावजूद सही हो जाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। लगभग सभी बैंकों में गलत उत्तर देने पर निगॅटिव मार्किंग का प्रावधान है। इससे बचने के लिए पहले से ही इस बात को गांठ बांध लें कि जिन प्रश्नों के उत्तर आप नहीं जानते हैं या जिनके बारे में आपको दुविधा है, उन्हें कभी भी सॉल्व न करें।

More Posts