महारानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिवस के दिन उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड को अर्जुन सहायक परियोजना की सौगात देने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर को महोबा में अर्जुन सहायक परियोजना का उद्घाटन करेंगे। पढ़िए क्या है अर्जुन सहायक परियोजना और इससे किसे लाभ होगा।
अर्जुन सहायक परियोजना की शुरूआत केंद्र सरकार और यूपी सरकार ने साल 2009-10 में शुरू की थी। इस योजना के जरिए धसान नदी से नहर निकालकर कई जिलों तक पहुंचानी थी। 71 किमी लंबी नहर को बनने में कई साल लग गए।
कई वर्षों से चल रही रही इस परियोजना को योगी आदित्यनाथ सरकार ने फिर से गति दी। धसान नदी मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बेगमंज तहसील से निकलती है। धसान नदी बेतवा नदी की सहायक नदी है। प्रदेश सरकार ने 2009 में प्रस्ताव रखा था कि अगर इस नदी से एक नहर बना दी जाए और उत्तर प्रदेश के महोबा, बांदा और हमीरपुर जिले के गांवों के अंदर से निकाली जाए तो इन गांवों की पानी की समस्या दूर हो जाएगी।
उत्तर प्रदेश के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने स्वीकार किया और ‘अर्जुन सहायक परियोजना’ का साल 2009 में शुरू कर दिया गया था। लेकिन कुछ सालों के बाद इसे बंद कर दिया गया था, जिसे प्रदेश सरकार ने 11 मार्च 2021 को फिर से शुरू किया।
हरित बुंदेलखंड, समृद्ध बुंदेलखंड
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के आशीर्वाद एवं मा.मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी के नेतृत्व में वर्षों से लंबित अर्जुन सहायक सिंचाई परियोजना लोकार्पण के लिए तैयार है।
इससे बुंदेलखंड की 59,485 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। pic.twitter.com/SlQqebafk3
— Dr. Mahendra Singh (@bjpdrmahendra) November 18, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकार्पण से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अर्जुन सहायक परियोजना के लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में 17 नवंबर को तहसील चरखारी के अन्तर्गत अर्जुन बाँध और कबरई फीडर का स्थलीय निरीक्षण किया। अर्जुन तटबन्ध से मुख्यमंत्री ने अर्जुन जलाशय का अवलोकन किया। साथ ही, कबरई फीडर हेड रेग्युलेटर पर सेल्फी ली। इसके उपरान्त उन्होंने पुलिस लाइन के नजदीक बनाए जा रहे सभा स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक निर्देश दिए।
अर्जुन सहायक परियोजना के फायदे
- इस परियोजना से महोबा और हमीरपुर जिले में पानी की समस्या दूर हो जाएगी।
- 71 किलोमीटर नहर से महोबा के 2968 हेक्टेयर और हमीरपुर के 12201 हेक्टेयर खेती की सिंचाई होगी।
- साथ ही 168 गाँवों के 4 लाख परिवारों तक पीने का पानी भी इस परियोजना के जरिए पहुंचाया जाएगा।
- इस परियोजना के शुरू हो जाने से यहां पर किसानों को खेती के लिए बारिश के पानी पर निर्भर नहीं रहना होगा।
- परियोजना से 1.5 लाख किसानों को फायदा मिलेगा।
अर्जुन बांध, कबरई बांध और चंद्रावल जैसे तीन बांधों को जोड़कर पानी का स्तर बढ़ाया जाएगा, इसकी मदद से अन्य क्षेत्र के किसानो को भी लाभ होगा उन्हें भी पानी सही मात्रा में खेती के लिए प्राप्त होगा।