Gaon Connection Logo

ब्लड टेस्ट और हेल्थ चेक अप कराते समय आप भी तो नहीं करते हैं यही गलतियां

अगर आप भी हेल्थ चेक अप और ब्लड टेस्ट किसी भी पैथोलॉजी या हेल्थ सेंटर में करा लेते हैं, तो आपको भी सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही से कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है।
Blood Test

खून की जांच और हेल्थ चेकअप कराते समय हम कई बार कुछ जरूरी बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, जिसका खामियाज़ा हमें अपनी सेहत के साथ उठाना पड़ सकता है।

बात पते की में आज आप सभी को ऐसी एक जरूरी जानकारी दे रहे हैं, जिसकी मदद से कुछ बातों का ध्यान रखकर आप खुद के साथ ही अपनों को भी सुरक्षित रख सकते हैं। ऐसे ही कई सवालों के जवाब दे रहे हैं डॉ. मृदुल मेहरोत्रा।

हर मरीज का इलाज टेस्ट के हिसाब से होना चाहिए, क्योंकि अगर टेस्ट सही नहीं हुआ है और डॉक्टर ने इलाज शुरू कर दिया तो मरीज की जान भी जा सकती है। एक मरीज का जिक्र करते हुए डॉ मेहरोत्रा कहते हैं, “हमारे पास एक केस आया जिसकी रिपोर्ट में था कि उसके लीवर में सूजन है, लेकिन मुझे कुछ डाउट हुआ तो मैंने अलग से लीवर फंक्शन टेस्ट कराया तो उसमें रिपोर्ट नॉर्मल आयी।”

“अगर मैं या फिर कोई दूसरा डॉक्टर उस रिपोर्ट पर इलाज कर देता तो मरीज के साथ कुछ गलत भी हो सकता था, “उन्होंने आगे कहा।

हर मरीज को जांच के लिए अपना सैंपल देने पहले एक बात का ध्यान रखना होगा, जैसे कि उन्हें सबसे पहले वहां के डॉक्टर से बात करनी चाहिए, अगर वहां पर डॉक्टर मौजूद हैं, तो समझिए आप सही जगह गए हैं, लेकिन अगर डॉक्टर ही मौजूद नहीं हैं तो समझिए कि आपकी जांच सही जगह नहीं हो रही है।

इसलिए जिस पैथोलॉजी या हेल्थ सेंटर में जांच करा रहे हैं, उसी पूरी जानकारी लेकर ही जाएं। अगर आपको कुछ गलत लगे तो मरीज का अधिकार होता है कि वो डॉक्टर की डिग्री देख सकता है। इसलिए पूरी जानकारी लेकर ही जांच कराएं।

कई बार ब्लड सैंपल या फिर दूसरी जांच तो कर ली जाती है, लेकिन सही रिपोर्ट नहीं दी जा जाती है, जिसका खामियाज़ा कई बार मरीजों को उठाना पड़ता है।

More Posts

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...

छत्तीसगढ़: बदलने लगी नक्सली इलाकों की तस्वीर, खाली पड़े बीएसएफ कैंप में चलने लगे हैं हॉस्टल और स्कूल

कभी नक्सलवाद के लिए बदनाम छत्तीसगढ़ में इन दिनों आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलने लगी है; क्योंकि अब उन्हें...