चार साल पहले चीन के वुहान शहर से फैले कोविड वायरस से कई देश आज तक उबर नहीं पाए हैं; ऐसे में चीन एक नई बीमारी के साथ फिर सबको डरा रहा है।
ये बीमारी चीन के उत्तरी इलाकों में बच्चों में तेज़ी से फ़ैल रही है, जो साँस से संबंधित है।
इस बीमारी में फेफड़ों में जलन, तेज़ बुखार और जुकाम जैसे शुरूआती लक्षण देखे जा रहे हैं, इस बीमारी को एच9एन2 बताया जा रहा है। डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस बीमारी को लेकर बयान जारी किया है।
कुछ रिपोर्टों के अनुसार अस्पतालों में बच्चों की सँख्या ज़्यादा दिखाई पड़ रही है और बीमारी को फैलने से रोकने के लिए चीन में स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं, चीन में इस बीमारी के फैलने पर भारत सरकार भी हरकत में आई है।
डॉ. वेद प्रकाश लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पल्मोनरी और क्रिटिकल केयर मेडिसिन के प्रमुख हैं। उनका कहना है कि कोविड महामारी के दौरान लगे प्रतिबंधों के बाद चीन में यह पहली सर्दी है, जिसके कारण वहाँ लोगों की प्रतिरोधक क्षमता में कमी हो सकती है।
वो आगे कहते हैं, “छोटे बच्चों को कोविड वैक्सीन नहीं लगी है, इसलिए उनके लिए ज़्यादा ख़तरा है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को तुरंत स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह दी है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सभी को ज़्यादा सतर्कता बरतते हुए साँस संबंधी बीमारियों से निपटने के लिए प्रारंभिक उपायों पर ध्यान रखना होगा।
सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि बिस्तरों की उपलब्धता, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाओं और टीकों, मेडिकल ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, निजी सुरक्षा उपकरण, टेस्ट किट, ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर की कार्यक्षमता आदि की समीक्षा की जाए।
सलाह दी गई है कि बच्चों और किशोरों में बीमारी के मामलों पर बारीकी से नज़र रखें और जाँच सैंपल लैब में भेजे। फ़िलहाल देश के 6 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात, उत्तराखंड, तमिलनाडु और हरियाणा शामिल हैं।
क्या है इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?
गला खराब होना, खाँसी होना, छींक आना, साँस फूलना और बुखार आना इसके लक्षण हैं।
कोविड की तरह ही इससे भी बचा जा सकता है। नियमित रुप से हाथ साफ करते रहे, खाँसते या छींकते वक्त मुँह और नाक ढककर रखें, संक्रमित लोगों से दूरी बना लें और भीड़भाड़ वाले इलाकें में मास्क पहन कर ही जाये।