चाचा: राम राम अजीत।
अजीत: चाचा राम राम।
चाचा: अजीत लग रहा है कि आज कल व्यस्त ज्यादा हो ?
अजीत: हां चाचा, खेती-बाड़ी, पशुओं की देख-भाल, परिवार के सारे काम अकेले ही करने पड़ रहे हैं। तभी आप से मिलने का समय नहीं मिल पा रहा है।
चाचा: हमसे न मिलो, हाल चाल न लो कोई बात नहीं कम से कम अपने फसल का तो ध्यान रखों। देखों कितने कीडें लगे जा रहे हैं।
अजीत: चाचा आज ही जा कर दवा लाया हूं बस कुछ समय बाद डालने ही जा रहा हूं।
चाचा: एक काम करों अब आज मत डालों।
अजीत: ऐसा क्यों चाचा।
ये भी पढ़े : फोन से पता करें कृषि विभाग से किसानों को मिल रहा क्या लाभ
चाचा: आज बहुत तेज हवा चल रही है। ऐसे में कीटनाशक दवा का छिड़काव करना ठीक नहीं होता।
अजीत: वह तो ठीक है चाचा पर यह मुझे मालूम था कि हवा से विपरीत दिशा में छिड़काव करना चाहिए।
चाचा: यह अच्छा है कि तुम जानते हो पर तेज हवा से कई और नुकसान भी हैं।
अजीत: वह क्या ?
चाचा: तेज हवा में कीटनाशक की फुव्वहार दूसरें खेतों में काम करने वाले लोगों पर भी जा सकती है। इससे उनकी सेहत को नुकसान है और ऐसे में छिड़काव फसल पर जाने के बजाए हवा में ज्यादा उड़ जाता है।
अजीत: यह आप ने अच्छा समझाया।
ये भी पढ़े : इस ऐप के जरिये कृषि वैज्ञानिक व एक्सपर्ट करेंगे किसानों की समस्या का समाधान
चाचा: ऐसे ही गर्मीयों की तेज धूप और बरसात के समय भी कीटनाश नहीं छिड़के जाने चाहिए, इससे भी खतरा होता है।
अजीत: ठीक है चाचा मैं चलता हूं खेत पर जाना है।
चाचा: अभी इतना समझाया, लगता है उसका कोई फायदा नहीं हुआ।
अजीत: क्या करें चाचा, कीटनाशक खेत में ही रखें हैं उन्हें उठा कर घर तो ले जाना पड़ेगा न।
चाचा: तब ठीक है, जल्दी निकलो, मैं भी निकलता हूं।
अजीत: अच्छा चाचा राम राम।
चाचा: राम राम।