लखनऊ। अगर आपको विज्ञान, आर्टस और कृषि तीनों में दिलचस्पी है तो आपके लिए हॉर्टिकल्चर एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें करियर की कई संभावनाएं हैं-
क्या है हॉर्टिकल्चर
हॉर्टिकल्चर एग्रीकल्चर की ही एक शाखा है। इसमें फूल, पत्तियों, पौधों और अनाजों का अध्ययन किया जाता है। इसके अंदर भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान और वनस्पति विज्ञान का अध्ययन किया जाता है।
कैसे करें पढ़ाई
हॉर्टिकल्चर की पढ़ाई करने के लिए साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने के बाद अंडरग्रेजुएट कोर्स में दाखिला लिया जा सकता है। छात्रों को इसकी पढ़ाई करने के लिए इंडियन काउंसिल फॉर एग्रीकल्चरल रिसर्च एंट्रेंस पास करना होता है, जिसके बाद इस कोर्स में दाखिला मिलता है, जिसकी अवधि तीन या चार साल की होती है। ग्रेजुएशन करने के बाद इसमें आप मास्टर डिग्री भी हासिल कर सकते हैं।
हॉर्टिकल्चर की पढ़ाई के लिए प्रमुख संस्थान
- गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उत्तराखंड
- इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर
- उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
- केरल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी
हॉर्टिकल्चर की शाखाएं
- पोस्ट हार्वेस्ट
- लैंडस्केप हॉर्टिकल्चर
- एरोबी कल्चर
- टर्फ मैनेजमेंट
कहां मिलेगी नौकरी
कृषि केंद्र, राज्य लोक सेवा आयोग, प्राइवेट फूड सेक्टर, एजुकेशन के क्षेत्रों में नौकरी मिलेगी. इन जगहों पर आप बतौर हॉर्टिकल्चर स्पेशलिस्ट, फ्रूट-वेजीटेबल इंस्पेक्टर, प्रोफेसर, रीडर, कृषि वैज्ञानिक, कृषि अधिकारी, तकनीकी अधिकारी, फल व सब्जी निरीक्षक के रूप में काम कर सकते हैं।