नई दिल्ली। हम सब अपने निजी जीवन से जुड़ी तमाम चीज़ें सोशल मीडिया पर डालते रहते हैं। अगर आपको भी अपने महंगे शौक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालते हैं तो ये खबर आपके लिए ज़रूरी है।
आने वाले समय में इंस्टाग्राम पर यदि अपनी लग्ज़री गाड़ी का फोटो डालना या फिर फेसबुक पर महंगी घड़ी की फोटो अपलोड करने पर आयकर अधिकारी आपके घर का दरवाजा खटखटा सकते हैं। आयकर विभाग ने अगले महीने से कालेधन का पता लगाने को सोशल नेटवर्किंग साइटों को खंगालने का फैसला किया है।
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अक्टूबर में ‘प्रोजेक्ट इनसाइट’ योजना होगी शुरू
आयकर विभाग अगले महीने ‘प्रोजेक्ट इनसाइट’ शुरू करने जा रहा है। इसके तहत विभाग बड़े पैमाने पर डेटा विश्लेषण और सोशल साइटों पर मौजूद सूचनाओं को मिलाएगा जिससे किसी व्यक्ति के खर्च करने के तरीके और घोषित आमदनी के बीच अंतर पकड़ा जा सके। एक अधिकारी ने कहा कि कर विभाग कर चोरी और काले धन को पकड़ने के लिए आय घोषणा और खर्च के तरीके में अंतर का विश्लेषण करेगा।
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प्राइवेट कंपनी से किया करार
किसी आदमी की आय और संपत्ति का पता लगाने के लिए आयकर विभाग पहले ही पैन को आधार से जोड़ना अनिवार्य कर चुका है। इनकम टैक्स विभाग ने पिछले साल प्रोजेक्ट इनसाइट को शुरू करने के लिए एलएंडटी इन्फोटेक के साथ करार किया था। इसका मकसद कर इनकम टैक्स वसूली में सुधार के लिए सूचनाएं जुटाना है।
चल रहा है टेस्ट
इनकम टैक्स विभाग के एक अधिकारी की मानें तो फिलहाल इस प्रोजेक्ट का बीटा टेस्ट चल रहा है। प्रोजेक्ट इनसाइट के लिए एक प्लेटफार्म अगले महीने शुरू किया जाएगा। इनकम टैक्स का दायरा बढ़ाने के लिए शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट इनसाइट में आयकर विभाग सोशल मीडिया साइट्स से डेटा जुटाएगा। जिससे ऊंची कीमत वाले खर्चों, लेनदेन का पता लगाने और कालेधन के प्रवाह पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
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