आज के समय में अगर पति और पत्नी दोनों कामकाजी हैं और अपना ज्वाइंट इंवेस्टमेंट करने की सोचते हैं तो ऐसे में ज्वाइंट अकाउंट खुलवाना बेहतर हो सकता है। इससे अकाउंट संचालन करना तो आसान हो ही जाता है, वहीं कुछ मामलों में टैक्स के बेहतर फायदे भी मिलते हैं।
ज्वाइंट अकाउंट से घर-गृहस्थी के सुचारू संचालन में आसानी होती है। अगर पत्नी नहीं भी कमाती है तो इस अकाउंट के होने से उसे बिलों के भुगतान, घर की जरूरतों के लिए सामान आदि खरीदने के लिए पैसे निकालने के लिए पति का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ज्वांइट अकाउंट के और क्या फायदे हो सकते हैं इसके बारे में बता रहे हैं, लखनऊ के पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर राज मल्होत्रा:-
कैसे खुलेगा एकाउंट
वैसे तो ज्वाइंट एकाउंट नए सिरे से खोला जाता है लेकिन अगर किसी का खाता पहले से खुला हो तो उसमें दूसरे व्यक्ति का नाम भी जुड़वाया जा सकता है। अकाउंट खोलने के लिए आपको बैंक के नो युअर कस्टमर (केवाईसी) फॉर्म को भरकर जमा करना होगा। इसके बाद बैंक आपकी पहचान, पता व व्यवसाय या नौकरी से संबंधित जानकारी को प्रमाणित करेगा, फिर आपका खाता खोल दिया जाएगा। बैंक खाता खोलने के लिए किसी मौजूदा खाताधारक की गारंटी भी मांगते हैं। दोनों में से जिस खाताधारक का नाम फॉर्म में पहले होगा, वह प्रारंभिक या पहला खाताधारक कहलाएगा। दूसरा व्यक्ति सेकंडरी खाताधारक होगा।
कौन होगा संचालक
अकाउंट का संचालन दोनों खाताधारक कर सकते हैं या किसी एक को संचालक चुना जा सकता है। इसके कई विकल्प हैं। सेकंडरी खाताधारक को कौन-कौन से अधिकार मिलेंगे, यह आपको खाते के संचालन की जानकारी देने के दौरान बैंक को बताना होगा। इसके लिए खाता खोलते समय खाते के संचालन के नियम व फॉर्म सावधानी से देखें।