लखनऊ। थोड़ी देर से ही सही लेकिन मानसून ने दस्तक दे दी है और लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में जिन किसानों की धान की नर्सरी तैयार हो गई है वो तुरंत रोपाई कर सकते हैं। इसके अलावा किसान जुलाई महीने में किस फसल में क्या-क्या करें इस बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी जा रही है।
धान : – धान की रोपाई इस माह कर लें। रोपाई के लिए 20 – 30 दिन पुराणी पौध प्रयोग करें तथा रोपाई लाइनों में करें।
मूंगफली : – बुवाई महीने के मध्य तक पूरी कर लें। औसतन प्रति हैक्टेयर 80 – 100 किलो बीज की आवश्यकता पड़ती है।
बाजरा : – 1. भारत के उत्तरी क्षेत्रों में वर्षा ऋतू के प्रारंभ होते ही बाजरे की बुवाई कर देते है।
2. बुवाई के लिए जुलाई का दूसरा या तीसरा सप्ताह सही रहता है।
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ज्वार : – एक हैक्टेयर क्षेत्र की बुवाई के लिए 12 – 15 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
अरहर : – 1. अरहर की कम समय में पकने वाली किस्मों की बुवाई जुलाई के पहले सप्ताह में कर लें।
2. एक हैक्टेयर के लिए 12 – 15 किलोग्राम बीज की आवश्यकता पड़ती है।
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गन्ना : – गन्ने को गिरने से बचाएं तथा खेतों से पानी निकलने की व्यवस्था करें।
गन्ने में लगी बेल को काटकर अलग कर देना चाहिए।
मक्का : – 1. मक्का की फसल से खरपतवार निकालते रहें।
2. अतिरिक्त पौधों की छटाई कर लें। खेत में नमी का ध्यान रखें।
3- यदि मक्का की बुवाई नहीं हो पायी है तो ज्लदी से कर लें।
सोयाबीन : – 1- सोयाबीन की बुआई के लिए उत्तरी, मैदानी और मध्य क्षेत्रों में जुलाई के प्रथम सप्ताह का समय सर्वोत्तम है।
2- सोयाबीन का प्रमाडित बीज 75 – 80 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर की दर से बोना चाहिए।
सब्जियों एवं फलों में
टमाटर : – 1- खेत की तैयारी अच्छी तरह कर लें।
2- 80 किलोग्रम सुपर फास्फेट एवं 80 किलोग्राम पोटाश वाली उर्वरक ज़मीन में लगाएं।
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बैंगन : – इस माह के प्रथम व द्वितीय सप्ताह से ही रोपाई करें तथा हलकी सिंचाई करें।
मिर्च : – फलों की तुड़ाई कर बाज़ार भेजने की व्यवस्था करें।
ग्वार : – 1. तैयार फलियों को तोड़कर बाज़ार भेजने की व्यवस्था करें।
2. फलियों को कच्ची अवस्था में तोड़ा जाए।
आम : – 1. नए बाग लगाने के लिए रोपाई का कार्य प्रारंभ करें।
2. फलों को तोड़कर बाज़ार भेजें। बाग में जल निकास की व्यवस्था करें।
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केला : – 1. अवांछित पत्तियों को निकाल दें व पेड़ों पर मिट्टी चढ़ा दें।
2. नए बाग लगाने हेतु रोपाई का कार्य प्रारंभ करें।
अमरुद : – नए बाग रोपड़ का कार्य करें।
आलू : – तैयार फसल की खुदाई कर कंडों को बाज़ार भेजने की व्यवस्था करें।
टमाटर : – 1. फसल में आवश्यकतानुसार निराई गुड़ाई व सिंचाई करें।
2. तैयार फसलों को तोड़कर बाज़ार भेजें।
बैंगन : – 1. फसल में आवश्यकतानुसार निराई गुड़ाई व सिंचाई करें।
2. तैयार फलों को तोड़कर बाज़ार भेजें।
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मिर्च : – 1. फसल में आवश्यकतानुसार निराई गुड़ाई व सिंचाई करें।
2. तैयार फलों को तोड़कर बाज़ार भेजें।
भिन्डी : – 1- तैयार फलियों को तोड़कर बाज़ार भेजने की व्यवस्था करें।
2- फसल में आवश्यकतानुसार निराई गुड़ाई व सिंचाई करें।
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