हर घर में नींबू आसानी से मिल जाता है, शर्बत, अचार ही नहीं, नींबू का उपयोग कई तरह की औषधियों के बनाने में भी किया जाता है। आयुर्वेद में भी इसे एक महत्वपूर्ण फल माना जाता है। नींबू को हमारे यहां सर्वश्रेष्ठ रोग नाशक और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले फल के रूप में प्राचीन काल से ही मान्यता प्राप्त है।
नींबू का उसके औषधीय गुणों के कारण घरेलू उपचार और दवा के रूप में तो उपयोग होता ही है, बर्तनों, आभूषणों सजावटी वस्तुओं को चमकाने और साफ करने में भी इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है।
नींबू पोषक तत्वों से भरपूर फल होता है। नींबू में विटामिन सी का भंडार होता है, नींबू में विभिन्न तत्व विभिन्न मात्रा में पाए जाते हैं। नींबू का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है। इस लेख में नींबू की गुणों के बारे में बता रहे हैं।
मंजन – रस निकलाने के बाद नींबू को फेकें नहीं, इसके छिलके को धूप में अच्छी तरह से सुखा लें। सूखने के बाद इसे अच्छी तरह से पीसने के बाद किसी कपड़े से दो बार छान लें। अगर चाहें तो इसमें थोड़ा बारीक पिसा हुआ नमक भी मिला लें। इस मंजन से दांत साफ करने से दांत साफ होने के साथ मुंह व सांस की दुर्गंध से भी छुटकारा मिल जाता है।
मुहांसों से सुरक्षा– बहुत लोगों के चेहरे पर मुहांसे की समस्या रहती है, इसका इलाज भी नींबू से हो जाता है। इसके लिए डेढ़ चम्मच मलाई में एक चौथाई नींबू निचोड़ कर रोज चेहरे पर मलने से चेहरे का रंग साफ होता है। मुहांसों से भी मुक्ति मिल जाती है। यह प्रयोग लगभग एक महीने तक करना चाहिए।
कब्ज से राहत– सुबह उठकर खाली पेट दो गिलास पानी में एक नींबू और थोड़ा नमक डालकर पिए। पुरानी कब्ज हो तो ऐसा सुबह-शाम करना चाहिए। कब्ज से छुटकारा मिल जाएगा। इसके अलावा सुपाच्य हल्का और उचित खान-पान का ध्यान भी रखना चाहिए। अधिक तले खटाई वाले गरिष्ठ, तेज मसाले वाले और अधिक ठंडे पेय पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।
खट्टी डकार– अनुचित खानपान और उपयुक्त के अभाव में अपच होने से शरीर में अम्लता बढ़ जाती हैऔर खट्टी डकारों के रूप में सामने आती है। ऐसी स्थिति में पानी में नींबू का रस, चीनी और थोड़ा नमक मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
उल्टी– आधे कप पानी में आधे नींबू का रस थोड़ा, जीरा और एक इलायची के दाने पीसकर मिला ले। दो-दो घंटे बाद इसे पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
पेट दर्द– नमक, अजवाइन, जीरा व चीनी बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीस लें। इसमें थोड़ा नींबू का रस मिलाकर गर्म पानी के साथ खाने से आराम मिलता है।
जी मिचलाना– पित्त में वृद्धि से जी मिचलाने लगता है। इसके लिए ताजे पानी में चीनी और नींबू का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है। सर्दी के मौसम में गुनगुने पानी का प्रयोग करना चाहिए।
गला बैठना– गुनगुने पानी में नींबू का रस और थोड़ा नमक मिलाकर दो-दो घंटे बाद गरारे करें इससे गला ठीक हो जाता है।
घबराहट और छाती की जलन– एक गिलास ठंडे या सादा पानी में आधा या एक नींबू निचोड़ कर पीने से आराम मिलता है।
मुंह की दुर्गंध– एक या आधा कप पानी में नींबू निचोड़ कर खूब कुल्ला करें। पानी को मुंह के भीतर इधर-उधर घुमाएं। मुंह की दुर्गंध दूर होने के साथ ही इससे दांत व मसूड़ों को भी लाभ मिलता है।
दांत दर्द– दो से ती लौंग पीसकर इसमें नींबू का रस मिला कर इसे प्रभावित दांतो पर हल्के हल्के उंगली से मलने से दांत का दर्द दूर हो जाता है इसी तरह खाने का सोडा मलने से भी लाभ होता है।
टॉन्सिल या गलसुआ– अन्नानास की आंखों पर नींबू की दो-चार बूंद डालकर सेवन करने से टॉन्सिल में आराम मिल जाता है।
सिर चकराना -अपच या गैस की वजह से सिर चकराए तो एक कप गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर 8 से 10 दिन पीने से लाभ होता है।
जोड़ों का दर्द -प्रभावित अंग पर नींबू के रस की मालिश करने व नीबू मिलाकर पानी पीने से लाभ होता।
तिल्ली – लाहौरी नमक या सेंधा नमक को नींबू पर लगाकर कुछ दिन सेवन करने से लाभ होता है।
दाद- नींबू के रस में पिसा हुआ नौसादर मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से, कुछ दिन में दाद ठीक हो जाता है।
मोटापा– नींबू का रस मोटापे को भी दूर करता है ।रोज सुबह उठकर एक गिलास पानी में एक नींबू का रस तथा दो चम्मच शहद मिलाकर सेवन करने से मोटापा कम हो जाता है।
गंजापन व बालों का झड़ना– बालों की सेहत के लिए नींबू बहुत फायदे का फल है। यह गंजेपन को दूर करता है। पके केले के गूदे में नींबू का रस मिलाकर मसल लें और नियमित रूप से लगाएं गंजापन दूर होगा। नींबू के रस को आंवले के चूर्ण में मिलाकर बालों में लगाने से बाल अधिक बढ़ते हैं, रूसी खत्म होती है और बालों में जुएं भी मर जाती हैं।
कान दर्द– नींबू कान दर्द में भी काफी उपयोगी है। कान दर्द में कागजी नींबू के रस की तीन-चार बूंदें कान में डालनी चाहिए इससे कान दर्द में आराम मिल जाता है।
खुजली – यदि शरीर में खुजली हो गई हो या कोई घाव हो गया हो तो नारियल तेल में नींबू के रस को मिलाकर घाव पर लगाना चाहिए इससे घाव व खुजली दोनों ठीक हो जाते हैं।
बुखार– बुखार में रोगी को गर्म पानी के साथ नींबू के रस को देने से आराम मिलता है।
पेट के कीड़े– नींबू का सेवन आंतों की कीड़ों को भी खत्म करता है। पीलिया रोग हो जाने पर नींबू का सेवन बहुत आराम देने वाला होता है।
(डॉ दीपाली चौहान, कृषि विज्ञान केंद्र दरियापुर, रायबरेली)