अगर आप भी पीरियड्स के दौरान दर्द निवारक दवा मेफ्टाल का इस्तेमाल करती हैं, तो सावधान हो जाइए; इसका सेवन आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
मेफ्टाल का इस्तेमाल माँस पेशियों और जोड़ों के दर्द के अलावा मासिक धर्म के दौरान दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। यही नहीं ही गले में खराश, नसों में दर्द और मांसपेशियों के दर्द में भी मेफ्टाल खाना आजकल आम है।
इंडियन फार्माकोपिया कमिशन यानी भारतीय फार्माकोपिया आयोग (आईपीसी) ने मेफ्टाल दर्द निवारक के बारे में एक दवा सुरक्षा चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि इसका घटक, मेफेनैमिक एसिड, प्रतिकूल प्रतिक्रिया का कारण बन सकता है।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की डॉ अंजू अग्रवाल गाँव कनेक्शन से बताती हैं, “पीरियड्स के दौरान मेफ्टाल खाने से बचना चाहिए, हम कभी भी किसी को इसके इस्तेमाल की सलाह नहीं देते हैं; अभी आईपीसी ने भी अलर्ट ज़ारी कर दिया है, इससे शरीर में चकत्ते, बुखार के साथ कमज़ोरी महसूस होती है।”
Indian Pharmacopoeia Commission (IPC) issued a drug safety alert about Meftal painkiller, stating that its constituent, mefenamic acid, can cause adverse reactions pic.twitter.com/MHcfyoTLuI
— ANI (@ANI) December 7, 2023
वो आगे कहती हैं, “अगर ज़्यादा दर्द है तो सुबह शाम कोई दर्द की दवा ले सकती हैं, लेकिन मेफ्टाल नहीं खाना चाहिए।”
चेतावनी में क्या कहा गया है ?
भारतीय फार्माकोपिया आयोग ने अपनी चेतावनी में कहा कि फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया (पीवीपीआई) डेटाबेस से प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया के प्रारंभिक विश्लेषण से ड्रेस सिंड्रोम का पता चला है। ड्रेस सिंड्रोम कुछ दवाओं के कारण होने वाली एक गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया है। इसके लक्षणों में त्वचा पर लाल चकत्ते, बुखार और लिम्फैडेनोपैथी शामिल हैं, जो दवा लेने के दो से आठ सप्ताह के बीच हो सकते हैं।
कितना ख़तरनाक है मेफ्टाल
DRESS (ड्रग रिएक्शन विद एओसीनोफिलिअ एंड सिस्टमिक सिम्पटम्स) सिंड्रोम के कारण आंत संबंधी बीमारी (हेपेटाइटिस, न्यूमोनाइटिस, मायोकार्डिटिस, पेरिकार्डिटिस, नेफ्रैटिस और कोलाइटिस) हो सकती है। इससे मौत तक हो सकती है।
कई मामले ल्यूकोसाइटोसिस के साथ इओसिनोफिलिया या मोनोन्यूक्लिओसिस से भी जुड़े हैं। ड्रेस सिंड्रोम की तुरंत पहचान करके कारक दवा को वापस ले लिया जाना चाहिए। जितनी जल्दी दवा बंद कर दी जाएगी, पूर्वानुमान उतना ही अच्छा होगा।
अलर्ट में आगे कहा गया, “अगर दवा खाने से आपको किसी तरह का रिएक्शन नजर आता है तो आप वेबसाइट – www.ipc.gov.in – या एंड्रॉइड मोबाइल ऐप ADR PvPI और PvPI हेल्पलाइन के माध्यम से एक फॉर्म भरें और आयोग के तहत PvPI के राष्ट्रीय समन्वय केंद्र को मामले की सूचना दें।”