Gaon Connection Logo

अब रेल यात्रा के दौरान ‘नेस्ले’ आपको सर्व करेगा ‘रेडी टू ईट फूड’

Indian Railways

रेलवे जल्द ही अपने यात्रियों के लिये तुरंत तैयार भोजन की नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है। रेलवे और नेस्ले के साझा प्रयास से अब यात्रियों को तुरंत तैयार खाना नेस्ले की ओर से दिया जाएगा। ये कदम यात्रियों द्वारा खाने की खराब गुणवत्ता की शिकायत को लेकर उठाया गया है। एक अधिकारी के मुताबिक रेलवे नेस्ले के साथ ये प्रोजेक्ट तैयार कर रहा है जो फिलहाल कुछ ट्रेनों में लागू किया जाएगा।

योजना के मुताबिक नेस्ले द्वारा तैयार खाद्य पदार्थों को रेलवे द्वारा अधिकृत वेंडरों को उपलब्ध कराया जाएगा।वेब साइड फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मुताबिक नेस्ले जो प्रोडक्ट रेलवे के लिये तैयार करेगा उसकी कीमत रेलवे के तहत ही होगी उस प्रोडक्ट को नेस्ले बाजार में नहीं बेच पाएगा। ई कैटरिंग की बात हल्दीराम, डोमिनोज और नेस्ले से की गई थी जिसमें नेस्ले ने तैयार खाने की पैकिंग का जिम्मा लिया। गौरतलब है कि रेलवे ई- केटरिंग की सुविधा पहले से ही फिरोजपुर शताब्दी एक्सप्रेस में दे रहा है। फिरोजपुर शताब्दी एक्सप्रेस के यात्री टिकट बुक कराते समय तुरंत तैयार होने वाले भोजन के विकल्प को चुनकर इसका लाभ ले सकते हैं इसके लिये टिकट में ही तुरंत तैयार भोजन की कीमत काट ली जाती है।

ये भी पढ़ें- अमूल के ट्विट पर भारतीय रेल ने कुछ यूं किया रिप्लाई

रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक लगभग 10 से 20 प्रतिशत यात्री तुरंत तैयार भोजन की सुविधा को पसंद कर रहे हैं। जुलाई में दी गई महालेखा निरीक्षक की रिपोर्ट के अनुसार ट्रेनों में यात्रियों को दिया जाने वाला भोजन उनके स्वास्थ्य के लिये नुकसानदायक है। रिपोर्ट में कहा गया था कि पीने का पानी बिना आरओ का उपलब्ध कराया जाता है। डस्टबिन में ढक्कन नहीं रहता है। खाने के लिये इस्तेमाल होने वाले बर्तनों को धोया नहीं जाता है। खाद्य पदार्थों को सुरक्षित नहीं रखा गया।

इतना ही नहीं ट्रेनों में कॉकरोज, तिलचट्टे और चूहे आदि भी पाए गए। अधिकारी के मुताबिक रेलवे ई-केटरिंग को विस्तार देने की कोशिश कर रहा है जिससे यात्री पहले से अपने तुरंत तैयार भोजन का ऑर्डर कर सके और यात्री जिस स्टेशन पर चाहे वहां उसे भोजन मिल सके। अधिकारी के मुताबिक तुरंत तैयार भोजन सुविधा से एक फायदा ये मिलेगा कि यात्रियों को बाहर से तैयार सामान को लेकर नहीं खाना पड़ेगा।

ये भी पढ़ें- क्या आप जानते हैं स्टेशनों के नाम के अंत में क्यों लिखा होता है जंक्शन, टर्मिनल और सेन्ट्रल ?

रेलवे को इस योजना से उम्मीद है कि इससे अनाधिकृत विक्रेताओं को ट्रेन में सामान बेचने से दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही रेलवे पूरे देश में 70 से 75 स्थाई रसोईघर बनाने की तैयारी कर रहा है जिसमें 20 से 25 रसोई घर इस वित्तीय वर्ष में शुरू कर दिये जाएगा। साथ ही इन रसोई घरों पर क्लोज सर्किट कैमरे से नजर रखी जाएगी।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

संबंधित खबरें- भारतीय रेल: इस्तेमाल के बाद जानिये किस तरीके से करें पानी की बोतल को नष्ट

भारतीय रेल: मानव रहित क्रासिंग पर अब ‘इसरो’ रखेगा नजर

भारतीय रेल: स्लीपर क्लास में 40 किलो से ज्यादा सामान लेकर करेंगे यात्रा, तो हो सकता है जुर्माना

More Posts