लखनऊ। ट्रैक्टर की ठीक तरह से देखभाल और संचालन के लिए जरूरी है कि उसकी देखरेख ठीक तरह से की जाए। इससे ट्रैक्टर में कीमती डीजल की बर्बादी को रोका जा सकता है, जब भी शंका हो तो किसी अच्छे गैराज से या ट्रैक्टर विक्रेता से जांच कराएं।
1- लीक न होने दें डीजल
अपने ट्रैक्टर की हर रोज जांच-पड़ताल कीजिए। हर सेकेण्ड एक बूंद भी टपकती रही तो प्रति वर्ष 2000 लीटर डीजल का नुकसान होगा।
2-पहियों पर ध्यान दें
ट्रैक्टर के पहियों को पानी का अतिरिक्त भार और लोहे का वजन डाल कर फिसलने से बचाइए। पहिये की फिसलन कम से कम रखने के लिए सही मात्रा में ही वजन डालिए। खेत का काम खत्म हो जाए तो अतिरिक्त भार हटा दीजिए। ठीक समय पर टायरों की री-लगिंग करवा लीजिए। टायरों को फिर से पहिए पर चढ़ाते समय ध्यान रखिए कि आगे से देखने पर वी ट्रेडों का सिरा नीचे की ओर रहे। सड़क के लिए और खेतों के काम लिए टायरों में हवा के अलग-अलग दबाव का सुझाव दिया गया है।
3- वजन पर ध्यान रखें
उपकरणों का आकार और ट्रैक्टर चलाने की रफ्तार वैसी ही रखें जो इंजन की पूरी शक्ति से मेल खाए। ऊंचे से ऊंचे गीयर में चलिए लेकिन ट्रैक्टर से धुंआ न निकले। अगर आपका ट्रैक्टर टॉप गीयर में भी पूरी गति के साथ आगे बढ़ता है, तो आपका उपकरण बहुत छोटा है। एक बड़ा उपकरण या कई उपकरणों की मिली जुली व्यवस्था से आपको ट्रैक्टर की शक्ति का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने और डीजल की बर्बादी रोकने में मदद मिल सकती है। अगर आप आकार से छोटे उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं या कम स्पीड पर चलते हैं तो ईंधन की खपत 30 प्रतिशत तक बढ़ सकती है।
4- खेत में संचालन की योजना बना लें
पहले से खाका खींचकर उसके अनुसार जुताई करेंगें तो बिना जरूरत इंजन चालू रखने में कमी आएगी और ट्रैक्टर को बार-बार इधर-उधर नहीं करना होगा। अगर आप छोटी-छोटी लीकों की बजाय लम्बी लीकों में जुताई करेंगें तो डीजल की बचत होगी। आपका आरम्भिक मार्ग सीधा और समानान्तर होना चाहिए।