पशुओं की बीमारी पर रोकथाम लगाने और उन्हें खत्म करने के लिए पशु रोग नियंत्रण योजना को 195.94 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की गई है।
अगर पशु बीमार हो जाता है और बीमारी के चलते उसकी मौत हो जाती है तो ऐसे में पशुपालक को उसका 100 फीसदी नुकसान ना हो इसके लिए सरकार ने जोखिम प्रबंधन और पशुधन बीमा योजना के लिए 78.55 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।
नन्द बाबा दुग्ध मिशन योजना के लिए सरकार ने 74.21 करोड़ प्रस्तावित किए हैँ।
छोटी डेयरी यूनिट को प्रोत्साहन देने के लिए 25 करोड़ रुपये बजट में रखे गए हैं।
गोरखपुर में वेटरनरी कॉलेज बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई है।
मिल्क सोसाइटियों को और मजबूत करने और बंद पड़ी सोसाइटियों को शुरू करने के लिए सरकार ने 106.95 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की।
मथुरा में चल रहे 30 हजार दूध प्रतिदिन की क्षमता वाली यूनिट की क्षमता एक लाख लीटर दूध प्रतिदिन करने के लिए 23 करोड़ रुपये रखे गए हैं।