भारत की संस्कृति में वेटलैंड्स यानी आर्द्रभूमि का ख़ास महत्व रहा है, क्योंकि अपनी समृद्ध भौगोलिक विविधता के साथ, भारत विभिन्न प्रकार की आर्द्रभूमियों का घर है। हिंदी अनुवाद इसे हम आर्द्रभूमि (जल-भूमि) कहते हैं, जबकि भारत में आर्द्रभूमियों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे पुराने शब्दों में से एक संस्कृत शब्द अनूप कहा जाता है।
भारत के बारे में एक कहावत कही जाती है – ‘चार कोस पर पानी बदले, आठ कोस पर बानी’, इसका अर्थ है कि थोड़ी-थोड़ी दूरी पर समाज की भाषा में बदलाव आ जाता है। यह कहावत भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को दर्शाती है। चलिए जानते हैं देश के अलग-अलग हिस्सों में वेटलैंड्स को क्या कहा जाता है।
Wetlands of India Portal ने अलग-अलग बोली-भाषा में इन्हें क्या कहा जाता है को विस्तार से बताया है।
भारत में 15.98 मिलियन हेक्टेयर वेटलैंड्स, जो देश के कुल भूमि क्षेत्र का लगभग 4.8% हैं, पारिस्थितिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वेटलैंड के बारे में जागरूक करने के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने Wetlands of India Portal की शुरुआत की है। इसमें कुल 7,57,040 वेटलैंड्स को शामिल किया गया है।
- लद्दाख: झील को स्पंग तो तालाब को ट्सो कहा जाता है।
- जम्मू-कश्मीर में झील को झेल और तालाब को सर
- पंजाब में झील को झील, सरोवर, ताला और तालाब को छप्पाड़
- हिमाचल प्रदेश में झील को झील या हिमनद
- उत्तराखंड में झील को पोखरी और तालाब को ताल
- हरियाणा और राजस्थान में झील को जोहड़, मार्श को दलदल, तालाब को खड़ीन
- गुजरात में झील को सरोवर, तालाब को तलाव और कोरल रीफ को प्रवाल खड़को
- मध्य प्रदेश में तालाब, झील को सरोवर और सागर
- महाराष्ट्र में मैन ग्रो को कांदळवन और दलदल को खाजण
- कर्नाटक में तालाब को कोला और झील को केरे
- केरल में बैकवाटर को कायल, कोल रीफ को पविझापुट, तालाब को थडाकम और मैनग्रो को कंडालकड
- तमिलनाडु में लगून को कायल, झील को एरी, तालाब को कुलम और दलदल को कटुप्पुनिल
- आंध्र प्रदेश में लगून को मडुगु और तालाब को चेरुवु
- उत्तर प्रदेश में झील, तालाब और तलैया
- बिहार और झारखंड में गोखुर झील, खादर, सिमसागर, चौरा, मौन और दियारा
- मेघालय में पुंग
- असम में बिल और पुखुरी
- मिजोरम में तुईपुई, दिल, तिपो
- छत्तीसगढ़ में तरिया
- पश्चिम बंगाल में भेरी, हरद, पुकुर और जलावूमी
- ओडिशा में हेंतलाबन और पुखुरी