देश भर में वर्ष 2018 में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 4.67 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं, इनमें से 64 प्रतिशत हादसे अत्यधिक तेज रफ्तार के कारण हुए, जिनमें करीब एक लाख लोगों की जान गई। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट में दर्ज इन दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता था अगर आम लोगों को यातायात के नियमों की पूरी जानकारी होती।
लोगों को यातायात की जानकारी देने के लिए देश में विभाग के तहत अलग से सड़क सुरक्षा विंग भी बनाए गए हैं। मगर फिर भी अंकुश नहीं लग पा रहा है, यातायात नियमों की जानकारी न होने से शहरों से ज्यादा गाँवों में सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं।
उत्तर प्रदेश के यातायात विभाग में सड़क सुरक्षा विंग प्रमुख विदिशा सिंह बताती हैं, “शहरों में सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार जागरुकता अभियान चलाए भी जाते हैं, मगर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए हमारे पास पर्याप्त कर्मचारियों की कमी है।”
विदिशा आगे बताती हैं, “असल में जरूरी यह है कि लोग यातायात के नियमों का पालन करने के लिए खुद से भी प्रयास करें और उसका सख्ती से पालन करें।”
यातायात विभाग के अनुसार सड़क किनारे लगे हर विशेष प्रतीक चिन्ह का महत्व होता है, अगर लोग इन चिन्हों को समझ लें और इनका पालन करें तो काफी हद तक हादसे रोके जा सकते हैं।
1. एक तरफा ट्रैफिक
इसमें सड़क पर सिर्फ एक तरफ से ही सारी गाड़ियां आगे बढ़ती हैं और दूसरी तरफ की सड़क पर गाड़ियां की आवाजाही बंद होती है। ऐसे में एक तरफ से गाड़ियां निकलने पर उल्टी दिशा से गाड़ी लाना स्वीकार नहीं होता है। चिन्ह में बाईं तरफ आगे जाने वाला तीर का बड़ा निशान लाल पट्टी से कटा हुआ है, इसका अर्थ है कि इस सड़क पर आगे नहीं जा सकते हैं, जबकि दूसरी सड़क में वाहनों की आवाजाही है। इसी तरह चिन्ह ठीक उल्टा भी होता है जिसमें दाईं तरफ तीर का निशान कटा होता है यानी दाईं तरफ आवाजाही बंद होती है।
2. दोनों दिशा में गाड़ी ले जाना वर्जित
चिन्ह में आने-जाने के दोनों मार्गों पर लाल पट्टी से काटा गया है, इसका अर्थ है कि दोनों दिशा से वाहन चलाना मना है।
3. बाएं नहीं मुड़ना
चिन्ह में बाएं दिशा में जाने वाले तीर को लाल पट्टी से काटा गया है, इसका अर्थ है कि सड़क पर बाईं दिशा में नहीं मुड़ना है।
4. दाएं नहीं मुड़ना
चिन्ह में दाएं दिशा में में जाने वाले तीर को लाल पट्टी से काटा गया है, इसका अर्थ है कि सड़क पर दाईं दिशा में नहीं अपना वाहन नहीं मोड़ना है।
5. वाहन आगे नहीं निकालें
चिन्ह में छोटे तीर से आगे जाता बड़े तीर का निशान है, जिसे लाल पट्टी से काटा गया है। इसका अर्थ है कि सड़क पर आप किसी भी वाहन से आगे निकलने की कोशिश न करें।
6. नो पार्किंग
इस चिन्ह में पी (P) यानी पार्किंग का निशान कटा हुआ है। इसका अर्थ है कि किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र में अपना वाहन खड़ा करने की अनुमति नहीं है।
.7. रुकें नहीं
चिन्ह में आगे जाने वाला तीर का निशान लाल पट्टी से कटा हुआ है, इसका अर्थ है कि इस क्षेत्र में किसी भी वाहन को चलते समय रुकने की अनुमति नहीं होती
8. यू-टर्न
चिन्ह में अंग्रेजी में यू (U) का उल्टा निशान बना हुआ है और निशान को काटा गया है। इसका अर्थ है कि सड़क पर गाड़ी चलाते हुए आप यू-टर्न नहीं ले सकते हैं यानी यहां मोड़ लेने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है इसलिए आगे वापस मुड़ना मना है।
9. ट्रक वर्जित हैं
चिन्ह में ट्रक का सांकेतिक चित्र बना हुआ है जिसे लाल निशान से काटा गया है। इसका अर्थ है कि कोई भी व्यक्ति इस सड़क पर ट्रक नहीं ले जा सकता है।
10. बैल गाड़ी या हाथ गाड़ियां वर्जित हैं
चिन्ह में बैल गाड़ियां, हाथों से खींचने वाली गाड़ियां या तांगा लाल निशान से कटा हुआ है, इसका अर्थ है कि इस सड़क पर इस तरह की गाड़ियां लेकर आने पर रोक है।
11. साइकिल वर्जित है
चिन्ह में साइकिल के सांकेतिक चित्र पर लाल निशान से कटा हुआ है, इसका अर्थ है कि इस सड़क पर साइकिल चलाने पर रोक है।
12. पैदल चलने पर रोक
चिन्ह में पैदल जाते हुए व्यक्ति पर लाल निशान लगा है, इसका अर्थ है कि इस सड़क पर पैदल चलने पर रोक है।
13. सभी मोटर वाहन पर रोक
चिन्ह में दोपहिया वाहनों और चार पहिया वाहन पर लाल निशान से काटा गया है, इसका अर्थ है कि इस सड़क पर किसी प्रकार का वाहन चलाने पर रोक है।
14. रकिए
वाहन पर अंग्रेजी में STOP लिखा है जिसका अर्थ है वाहन को रोक दें और सुरक्षित होने और अनुमति मिलने पर ही आगे बढ़ें।
15. रास्ता दीजिए
चिन्ह में अंग्रेजी में GIVE WAY लिखा हुआ है जिसका अर्थ है रास्ता दीजिए। यह निशान अक्सर चौराहों या फिर एक चौड़ी सड़क पर प्रवेश करने से पहले लगा होता है। इस चिन्ह का अर्थ है कि सावधानी से अपनी गाड़ी आगे बढ़ाएं और सड़क पर पहले से उपस्थित अपने दाईं तरफ के वाहनों को पहले जाने दें।
16. हॉर्न न बजाएं
इस चिन्ह में हॉर्न का चित्र लाल पट्टी से काटा गया है, इसका अर्थ है इस सड़क पर गाड़ी चलाते समय हॉर्न न बजाएं। यह चिन्ह ज्यादातर स्कूल, अस्पतालों के पास लगाया जाता है।
17. वाहन रोकना या खड़ा करने पर रोक
चिन्ह में लाल पट्टी से दोनों दिशाओं से काटा गया है, इसका अर्थ है कि इस सड़क पर वाहनों को रोकना या खड़ा करना मना है। किसी भी व्यक्ति ऐसा करने से यातायात के प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है और दुर्घटना का कारण भी बन सकता है।
18. गति सीमा
चिन्ह में 40 संख्या में लिखा गया है, इसका अर्थ है कि इस सड़क पर गति सीमा 40 किलोमीटर निर्धारित है, इससे अधिक तेज गति से वाहन न चलाएं और न ही धीरे चलें। इस निर्धारित गति सीमा का हमेशा पालन किया जाना चाहिए ताकि सड़क पर दुर्घटनाओं से बचा जा सके। चिन्ह में गति सीमा 40 की बजाए 50 से लेकर हाइवे पर 100 किलोमीटर तक भी जा सकती है यानी इस सड़क पर निर्धारित गति सीमा का पालन करें।
19. वाहन लंबाई सीमा
चिन्ह में ट्रक का चित्र बना हुआ है और नीचे संख्या में 10 m लिखा हुआ है, इसका अर्थ है कि सड़क पर लंबे वाहन 10 मीटर से ज्यादा नहीं होने चाहिए क्योंकि सड़क पर आगे ये लंबे वाहन सुरक्षित रूप से मुड़ नहीं सकते हैं। यह चिन्ह ज्यादातर तेज और घुमावदार मोड़ पर लगाया जाता है।
22. वाहन ऊंचाई सीमा
चिन्ह में 3.5 M लिखा हुआ है और ऊपर व नीचे की ओर से लाल रंग से निशान दिखाया गया है। इसका अर्थ है कि इस सड़क पर 3.5 मीटर की ऊंचाई से अधिक कोई वाहन या गाड़ी पर लदा हुआ सामान आगे नहीं जा सकता है। यह निशान अक्सर कम ऊंचाई वाले पुल, रेलवे ब्रिज पर लगे होते हैं।
21. वाहन चौड़ाई सीमा
यह चिन्ह ज्यादातर संकीर्ण सड़क या पुल पर लगाया जाता है। चिन्ह में दी गई निर्धारित सीमा से अधिक चौड़े वाहनों को इस सड़क पर आगे नहीं ले जाया सकता है।
22. वाहन भार सीमा
चिन्ह में 17 और अंग्रेजी में T लिखा हुआ है जो सड़क पर वाहन की भार सीमा को निर्धारित करता है। चिन्ह का अर्थ है कि इस सड़क पर 17 टन से अधिक भारी वाहनों को ले जाने की अनुमति नहीं है। यानी इस सड़क पर आगे कमजोर पुल या सड़क है, जो इससे अधिक भार सहन करने में सक्षम नहीं है।
23. धुरी भार सीमा
चिन्ह में उल्लिखित सीमा से अधिक भारी धुरी वाले वाहनों को यहाँ से जाने की अनुमति नहीं है। आगे कमजोर सेतु या सड़क है जो इससे अधिक भारी धुरी वाले वाहनों को सहन करने में सक्षम नहीं है।
24. बायां मोड़
चिन्ह में तीर का निशान बाएं की ओर से जा रहा है जिसका अर्थ है सड़क पर आगे बायां मोड़ है। यह चिन्ह इसलिए लगाया जाता है कि वाहन चालक सावधान हो जाए और तेज गति से वाहन न चलाए अन्यथा गाड़ी मोड़ने पर वाहन पलट भी सकता है। इस सड़क पर सामने से आने वाला वाहन अक्सर एकदम पास आ जाने पर ही दिखाई देता है। अत: बाएं की ओर मोड़ते हुए चालक सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं।
25. दायां मोड़
चिन्ह में तीर का निशान दाएं की ओर से जा रहा है जिसका अर्थ है सड़क पर आगे दायां मोड़ है। यह चिन्ह इसलिए लगाया जाता है कि वाहन चालक सावधान हो जाए और तेज गति से वाहन न चलाए अन्यथा गाड़ी मोड़ने पर वाहन पलट भी सकता है। इस सड़क पर सामने से आने वाला वाहन अक्सर एकदम पास आ जाने पर ही दिखाई देता है। अत: दाएं की ओर मोड़ते हुए चालक सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं।
26. संकरा पुल
यह चिन्ह यह दर्शाता है कि सड़क के आगे संकरा पुल है और इस पुल की चौड़ाई सड़क से कम है। इसलिए वाहन चालक सामने से आ रहे वाहनों को देखते हुए धीरे और सावधानीपूर्वक वाहन चलाए।
27. संकरा रास्ता
यह चिन्ह यह दर्शाता है कि सड़क पर आगे रास्ता संकरा है। इस रास्ते की चौड़ाई इस सड़क से कम है। ऐसे में यह चिन्ह सावधान करता है कि सामने से आ रहे वाहन से टकराने की संभावना हो सकती है। अत: सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं।
28. गोल चक्कर
यह चिन्ह दर्शाता है कि इस सड़क पर आगे गोल चक्कर है यानी चौराहा है। इस चिन्ह से पहले ‘रास्ता दीजिए’ का भी चिन्ह लगा होता है। इस चिन्ह का अर्थ है कि पहले से उपस्थित वाहनों को पहले जाने दें और सावधानीपूर्वक आगे बढ़ें।
29. यातायात संकेत
इस चिन्ह में ट्रैफिक सिग्नल का चित्र बना होता है जो दर्शाता है कि आगे यातायात संकेत है। अपने वाहन को धीरे करें और रुकने के लिए तैयार रहें। ट्रैफिक सिग्नल के लाल लाइट जलने पर अपने वाहन को रोक लें।
30. रेल फाटक
इस चिन्ह में रेलवे की पटरियां बनी होती हैं जो दर्शाती हैं कि इस सड़क पर आगे रेलवे फाटक (रेलवे क्रॉसिंग) है। रेल के आने पर सुरक्षाकर्मी फाटक बंद कर देगा। ऐसे में वाहन चालकों को अतिरिक्त सावधानी रखनी चाहिए।
31. बिना फाटक की रेल पटरी
इस चिन्ह में चलती हुई रेल का चित्र बना होता है। इस चिन्ह का अर्थ है कि आगे रेलवे फाटक है जहां कोई सुरक्षाकर्मी और फाटक नहीं है। ऐसे रेलवे फाटकों को ‘मानव रहित क्रॉसिंग’ भी कहते हैं। वाहन चालकों को यहां सावधानीपूर्वक चलने की सलाह दी जाती है। वाहन चालक रुक कर पहले बाएं और दाएं दोनों तरफ देख कर सुनिश्चित कर ले कि कोई ट्रेन तो नहीं आ रही है, फिर रेल की पटरियों को पार करें।
32. खड़ी चढ़ाई
इस चिन्ह में चढ़ाई पर चलता हुए ट्रक का चित्र बना हुआ है। इस चिन्ह का अर्थ है कि इस सड़क पर आगे खड़ी चढ़ाई है इसलिए सावधानीपूर्वक गाड़ी चलाएं। ये चिन्ह ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों में लगाए जाते हैं।
33. सीधी ढलान
इस चिन्ह में ढलान पर चलता हुए ट्रक का चित्र बना हुआ है। इस चिन्ह का अर्थ है कि इस सड़क पर आगे सीधी ढलान है इसलिए वाहन चालक सावधानीपूर्वक धीरे गाड़ी चलाते हुए आगे बढ़े।
34. श्रमिक काम पर
इस चिन्ह में सड़क पर काम करते हुए श्रमिक का चित्र बना है। इसका अर्थ है कि आगे इसी सड़क पर श्रमिक काम कर रहे हैं यहां धीमी गति से वाहन चलाएं। यह चिन्ह श्रमिकों की सुरक्षा के लिए लगाया जाता है।
35. आगे स्कूल है
इस चिन्ह में चलते हुए बच्चों का सांकेतिक चित्र बना हुआ है। इसका अर्थ है कि इस सड़क पर आगे विद्यालय या स्कूल है। चूंकि बच्चे कभी-कभी दौड़ते हुए या हड़बड़ी में सड़क पार करते हैं इसलिए बच्चों की सुरक्षा के लिए सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं।
36. फिसलन भरी सड़क
इस चिन्ह पर एक कार की टेढ़ी-मेढ़ी चलते हुए चित्र बना है। इसका अर्थ है कि इसी सड़क पर आगे फिसलन है। इस सड़क पर दुर्घटना से बचने के लिए वाहन की गति को धीमा करते हुए निकालें।
37. स्पीड ब्रेकर
इस चिन्ह में सड़क पर उभार दिखाया जाता है। इसका अर्थ है कि आगे असमतल सड़क है या फिर स्पीड ब्रेकर हैं। इसलिए इस सड़क पर वाहन को धीमा करते हुए गाड़ी आगे बढ़ाएं।
38. बाएं मुड़ें
ये चिन्ह नीले और सफेद रंग में बना होता है। इस चिन्ह में तीर बाएं की ओर मुड़ा होता है। इसका अर्थ है कि चिन्ह को देखने के बाद सड़क पर बाएं मुड़ना अनिवार्य है। अक्सर यह चिन्ह मार्ग परिवर्तन के लिए लगाया जाता है।
39. दाएं मुड़ें
यह चिन्ह भी नीले और सफेद रंग में बना होता है। इस चिन्ह में तीर दाएं की ओर मुड़ा होता है। इसका अर्थ है कि चिन्ह को देखने के बाद सड़क पर दाएं मुड़ना अनिवार्य है। अक्सर यह चिन्ह मार्ग परिवर्तन के लिए लगाया जाता है।
40. बाएं रहें
इस चिन्ह में बाएं की ओर तीर नीचे की ओर दिखता है। इसका अर्थ है कि यातायात सुगम प्रवाह के लिए बाएं रहकर वाहन चलाएं। ज्यादातर इस सड़क पर दो तरफा यातायात प्रवाह रहता है।
41. दाएं रहें
इस चिन्ह में दाएं की ओर तीर नीचे की ओर दिखता है। इसका अर्थ है कि यातायात सुगम प्रवाह के लिए दाएं रहकर वाहन चलाएं। ज्यादातर इस सड़क पर दो तरफा यातायात प्रवाह रहता है।
42. आगे बाएं मुड़ें
चिन्ह में तीर आगे बढ़ता हुआ बाएं की ओर मुड़ जाता है। इसका अर्थ है कि आगे सड़क सीधे की ओर नहीं है और वाहन चालक को बाएं मुड़ना अनिवार्य है।
43. आगे दाएं मुड़ें
चिन्ह में तीर आगे बढ़ता हुआ दाएं की ओर मुड़ जाता है। इसका अर्थ है कि आगे सड़क सीधे की ओर नहीं है और वाहन चालक को दाएं की ओर मुड़ना अनिवार्य है।
44. सीधे चलते रहें
चिन्ह में तीर सीधे की ओर बढ़ता है। इसका अर्थ है कि सड़क पर वाहन चालक सीधा बढ़ता जाए और कहीं भी मुड़ने की अनुमति नहीं है।
45. साइकिल मार्ग
इस चिन्ह में साइकिल का सांकेतिक चित्र बना होता है। इसका अर्थ है कि सड़क पर एक लेन साइकिल चालकों के लिए आरक्षित है। अत: किसी अन्य प्रकार के वाहन को इस लेन पर चलने की अनुमति नहीं है।
46. पैदल यात्री मार्ग
इस चिन्ह में पैदल चलते हुए लोगों का सांकेतिक चित्र बना है और नीचे तीर का निशान बना है। इसका अर्थ है कि बाएं दिशा में पैदल यात्रियों के लिए चलने के लिए मार्ग है और अन्य दिशाओं में पद्यात्री न चलें। इसके अलावा चिन्ह में बिना तीर के भी निशान होते हैं।
47. सड़क आगे बंद है
इस चिन्ह में अंग्रेजी का टी (T) बना होता है जिसका ऊपरी भाग लाल रंग का होता है। इसका अर्थ है कि सड़क आगे बंद है या वाहनों के लिए जाने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं है। आगे जाने के लिए दूसरा रास्ता अपनाएं।
48. जेब्रा क्रॉसिंग
इस चिन्ह में व्यक्ति सड़क की जेब्रा क्रॉसिंग पर चलता हुआ दिखता है। इसका अर्थ है कि सड़क पर आगे जेब्रा क्रॉसिंग है जो यातायात रुकने पर पैदल यात्रियों के लिए सड़क पार करने के लिए है, इसलिए अपने वाहन को जेब्रा क्रॉसिंग से पहले ही रोक लें।
49. आगे बढ़ें या बाएं मुड़ें
यह चिन्ह में तीर दो तरफ मुड़ते हैं। पहला बाएं की ओर और दूसरा सीधे की ओर। यह चिन्ह दर्शाता है कि इस सड़क पर आगे की ओर बाएं की ओर रास्ता है तो गाड़ी चलाते हुए सचेत रहें और आगे बढ़ते रहें या फिर बाएं मुड़ जाएं।
50. आगे उल्टे की ओर बढ़े
इस चिन्ह में अंग्रेजी का जेड अक्षर (Z) लेटा हुआ या फिर खड़ा हुआ होता है। चिन्ह में तीर का निशान बताता है कि यह सड़क आगे बढ़ते हुए (बाएं या दाएं) जेड आकार की है और अपने वाहन को धीमा चलाते हुए सावधानीपूर्वक आगे बढ़ें।
हाथ के ड्राइविंग संकेत
गाड़ी के पिछली तरफ ब्रेक और इंडीकेटर होते हैं। इंडीकेटर दाएं-बाएं मुड़ने या फिर हाइवे में पंक्ति बदलने में मददगार होते हैं। मगर देखा जाता है कि गाड़ियों के ये इंडीकेटर कई बार खराब हो जाते हैं। ऐसे में वाहन चालकों के लिए हाथों के संकेत भी होते हैं जिनके जरिए गाड़ी में तकनीकी खामी होने के बावजूद अन्य वाहन चालकों को अपनी मंशा आसानी से समझाई जा सकती है।
1. दाएं मुड़ना
सड़क पर चलते हुए अगर आपको दाएं हाथ मुड़ना हो तो और वाहनों को देखते हुए सावधानीपूर्वक अपनी गाड़ी से दायां हाथ बाहर निकाल कर उसे सीधा रखें। अन्य वाहन चालक इस संकेत को पहचान जाएंगे कि आपको इस सड़क पर दाईं ओर मुड़ना है। जब मार्ग में कोई बाधा न हो तो बाएं मुड़ जाएं।
2. बाएं मुड़ना
सड़क पर चलते हुए यदि आपको बाईं सड़क पर मुड़ना है और गाड़ी में दाईं ओर बैठे हैं तो वाहनों को देखते हुए अपना दायां हाथ बाहर निकालें और अपने हाथ को गोल आकार में घुमाइये। ऐसा करने से सड़क पर चल रहे अन्य वाहन चालकों को भी आपकी मंशा समझ आ जाएगी और सड़क पर यदि कोई बाधा न हो तो बाईं की तरफ मुड़ जाएं।
3. वाहन रोकना
यदि आपको सड़क पर वाहन चलाते समय रुकना है और गाड़ी से अपना दायां हाथ उठाते हुए सीधा ऊपर की ओर उठाएं। यह बिल्कुल 90 डिग्री कोण में लगे। जब आपको सुरक्षित लगे तो सावधानीपूर्वक अपने वाहन को धीरे-धीरे रोकते हुए रुक जाएं।
4. रफ्तार कम करना
यदि आपको गाड़ी चलाते समय रफ्तार धीमी करनी है तो अपना दायां हाथ सावधानीपूर्वक खिड़की से बाहर निकालें और हाथ को ऊपर-नीचे हिलाएं। यह संकेत है कि वाहन चालक अपनी गाड़ी धीमी कर रहा है।
अन्य महत्वपूर्ण नियम
सड़क पर वाहन चलाते समय ड्राइविंग के कुछ मूलभूत नियमों में कुछ महत्वपूर्ण नियम भी शामिल हैं। ये नियम हैं – तीन सेकेंड नियम (03 second rule), ‘अंधे निशान’ के नियम (blind spots) और भीगी सड़क पर फिसल जाना (aquaplanning)।
सड़क सुरक्षा पर काम कर रही संस्था सेव लाइफ फाउंडेशन की बीते साल आई रिपोर्ट में यह सामने आया है कि देश में इन नियमों के बारे लोगों को जानकारी न के बराबर रही।
तीन सेकेंड नियम (03 second rule)
सड़क पर वाहन चलाते समय अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में दुर्घटना से बचने के लिए यह नियम बनाया गया है। तीन सेकेंड नियम एक आसान तरीका है कि चालक आगे चल रहे वाहन से न्यूनतम सुरक्षित दूरी पर चल रहा है। इस नियम का पालन न करने पर सबसे ज्यादा दुर्घनाएं हाइवे पर देखी जाती हैं जहां आपस में गाड़ियों की टक्कर से वाहन चालकों समेत वाहन में बैठे अन्य व्यक्तियों को भी हादसे का शिकार होना पड़ता है।
तीन सेकेंड नियम के तहत वाहन चलाते समय चालक को आगे चल रही गाड़ी से सड़क के संकेत की तरह एक निश्चित बिंदु चुनना चाहिए। यदि वह तीन तक गिनती करने से पहले उस निश्चित बिंदु पर पहुंचता है तो उसे अपनी गाड़ी की गति को धीमा करने की सलाह दी जाती है ताकि आगे चल रहे वाहन के एकदम से ब्रेक लगाने की स्थिति में एक सुरक्षित दूरी पर बना रहे और पीछा चल रहा वाहन चालक टक्कर से बच सके।
ब्लाइंड स्पॉट (अंधे निशान)
कार या भारी वाहनों के दाएं-बाएं दोनों छोरों पर पीछे से आ रही गाड़ियों को देखने के लिए शीशे लगे होते हैं और पीछे का पूरा दृश्य देखने के लिए गाड़ी के अंदर भी शीशा लगा होता है। वाहन चालक गाड़ी चलाते समय समझता है कि वह आगे-पीछे हर ओर देख सकता है मगर वास्तव में ऐसा होता नहीं है। वाहन चालक गाड़ी चलाते समय सड़क पर जो हिस्सा नहीं देख पाता है उन हिस्सों को ही ‘ब्लाइंड स्पॉट’ यानी ‘अंधे निशान’ कहते हैं।
सड़क के ऐसे ब्लाइंड स्पॉट पर अगर गाड़ी पीछे से आ रही थी तो वाहन चालक को मालूम नहीं चल पाता है और गाड़ी पास आने पर अचानक वाहन चालक हड़बड़ा जाता है और गाड़ी पर संतुलन खोने से दुर्घटना का कारण बनता है। ज्यादातर ऐसे हादसे हाइवे पर होते हैं।
जबकि वाहन चालक अगर एक छोर पर लगे शीशों को हिला कर देखता है तो वह इन गाड़ियों को देख सकता है यानी ब्लाइंड स्पॉट के हिस्सों को देख सकता है।
ऐसे में यातायात विभाग की ओर से वाहन चालकों को सलाह दी जाती है कि सड़क पर गाड़ी चलाते समय ऐसे ब्लाइंड स्पॉट को देखने के लिए वाहन चालक को समय-समय पर शीशों का हिला-डुला कर देखता रहना चाहिए और गाड़ी चलाते समय इसे एक आदत के रूप में अपनाना चाहिए ताकि इससे स्वयं की सुरक्षा के साथ दुर्घटना से बचा जा सके।
भीगी सड़क पर फिसल जाना (Aquaplanning)
भीगी सड़क पर फिसल जाना यानी अंग्रेजी में एक्वाप्लानिंग (aquaplaninig), यह घटना तब होती है जब सड़क पर पानी होता है और वाहनों के पहियों की वजह से पानी तेजी से ऊपर की ओर आता है। ऐसी स्थिति में गाड़ी चलाते समय पानी की एक परत कुछ समय के लिए सड़क की सतह पर बन जाती है और गाड़ी सड़क पर फिसल सकती है।
ऐसे में वाहन को तुरंत नियंत्रित कर पाना वाहन चालक के लिए आसान नहीं होता है और वह समय पर ब्रेक नहीं लगा पाता है। हाइवे पर चलते हुए ऐसी स्थिति दुर्घटना का कारण बनती है।
इस तरह की घटना को रोकने के लिए यातायात विभाग वाहन चालकों को सलाह देता है कि वे अपनी गाड़ियों के टायरों में पर्याप्त हवा रखें और टायरों को आगे-पीछे बदलते रहे। भीगी सड़कों पर वाहन चालक गाड़ी तेजी से निकालने की बजाए गियर कम कर धीमी रफ्तार में गाड़ी आगे बढ़ाएं। अगर वाहन चालक यह सुनिश्चित करता है तो इन घटनाओं से बच सकते हैं।