बेटी बचाओ अभियान के लिए यूपी सरकार निकालेगी संवाद यात्रा

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बेटी बचाओ अभियान के लिए यूपी सरकार निकालेगी संवाद यात्रा

लखनऊ। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को बढ़ावा देने के लिए अखिलेश सरकार प्रदेश के 17 ज़िलों में संवाद यात्रा निकालने जा रही है। इस संवाद यात्रा में महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश और महिला समाख्या उत्तर प्रदेश विभाग हिस्सा लेगा। इसके अलावा इस यात्रा में 500 महिलाएं भी हिस्सा लेंगी।

राज्य परियोजना निदेशक महिला समाख्या डॉ स्मृति सिंह के मुताबिक़ ''बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के उद्देश्य को लोगों तक पहुंचाने और उनसे सीधे बात करने के लिए हम शनिवार से 17 जिलों में संवाद यात्रा शुरू कर रहे हैं। यह यात्रा 20 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगी। हम इस यात्रा के दौरान उन महिलाओं की भी पहचान करेंगे जो हमारे साथ आगे काम कर सकती हैं।

संवाद यात्रा में होने वाले कार्यक्रम के बारे में स्मृति बताती हैं, ''यात्रा के दौरान गाँव-गाँव में नुक्कड़ नाटक, कठपुतली, चौपाल और समिति गठित करके लोगों को जागरूक किया जाएगा।

17 जिलों में इस यात्रा की शुरुआत के बारे में डॉ. सिंह बताती हैं, ''इन जिलों को अभी इसलिए चुना गया है क्योंकि इन जिलों में लगातार बाल लिंगानुपात घटा है। जनगणना 2001 के आंकड़ों के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश में बाल लिंग अनुपात 916 था जो 2011 में घटकर 889 हो गया।"

बाल लिगांनुपात घटने का कारण बताती हुए डॉ. स्मृति कहती हैं, ''भ्रूण लिंग की जांच शहरों में तो प्रतिबंधित है पर अभी भी गाँवों में अपंजीकृत मशीनों से जांच होती है जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों का अनुपात तेजी से घट रहा है। लड़कियों की तस्करी भी लिंगानुपात घटने की दूसरी वजह है।

लखनऊ में बक्शी के तालाब से इस यात्रा की शुरुआत की जाएगी। गिरते हुए बाल लिंग अनुपात की समस्या की गम्भीरता को देखते हुए भारत सरकार द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की गई। लोगों को जागरूक करने के लिए होने वाले कार्यक्रमों के बारे में सहायक कार्यक्रम निदेशक मेनका बताती हैं ''गाँव में जो भी महिलाएं गर्भवती होती हैं, उनकी गोद भराई करते है और अस्पताल में जो महिलाएं बेटी को जन्म देती हैं, उनको भी सम्मानित किया जाता है।

 

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