भारत में सबसे ज्यादा कमजोर और अविकसित बच्चे: रिसर्च
गाँव कनेक्शन 26 July 2016 5:30 AM GMT
कोच्चि (भाषा)। अंतर्राष्ट्रीय संस्था वॉटर एड की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दुनिया में सबसे ज्यादा संख्या में कमजोर और अविकसित बच्चे भारत में हैं। भारत में इनकी तादात 4.8 करोड़ है। इसकी वजह है साफ-सफाई की खराब हालत, साफ शौचालयों और साफ़ पानी की कमी।
'कॉट शॉर्ट-हाउ लैक ऑफ टॉयलेट्स एंड क्लीन वॉटर कॉन्ट्रब्यिूट टू मालन्यूट्रिशन'
नाम की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पांच साल से कम उम्र के हर पांच में से दो बच्चे अविकसित हैं। इससे उनका शारीरिक, संज्ञात्मक और भावनात्मक विकास प्रभावित हो रहा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 1.03 करोड़ अविकसित बच्चों के साथ नाइजीरिया और 98 लाख ऐसे बच्चों के साथ पाकिस्तान दूसरे और तीसरे पायदान पर है। दुनिया के सबसे नए देशों में से एक दक्षिण पूर्वी एशिया का पूर्वी तिमोर इस सूची में पहले नंबर पर है। यहां की आबादी के अनुपात में अविकसित बच्चों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 58 फीसदी है। जीवन के पहले दो साल में बच्चे को कुपोषण होने के कारण कम विकास और कमजोरी की समस्या होती है और ये पूरे जीवन को प्रभावित करती है। उस उम्र के बाद इसे सुधारा नहीं जा सकता है।
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