बंधुआ मजदूर योजना के तहत वित्तीय मदद में पांच गुना वृद्धि
गाँव कनेक्शन 8 Jun 2016 5:30 AM GMT

नई दिल्ली (भाषा)। श्रम मंत्री बंडारु दत्तात्रेय ने आज कहा कि सरकार ने बंधुआ मजदूर पुनर्वास योजना के तहत वित्तीय सहायता पांच गुना बढ़ा दिया है।
जिनेवा में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन (आईएलओ) के सत्र को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि वंचित एवं हाशिये पर खड़े, महिलाओं तथा नाबालिगों के लिये सहायता अधिक की गयी है।
श्रम मंत्रालय ने मंत्री के हवाले से कहा है, ‘‘बंधुआ मजदूर के पूरी तरह से उन्मूलन की फिर से प्रतिबद्धता के साथ हमने बंधुआ मजदूर पुनर्वास योजना के तहत वित्तीय सहायता 20,000 रुपए से बढ़ाकर न्यूनतम 1,00,000 रुपये कर दी है।'' वंचित लोगों के लिये वित्तीय लाभ एन्यूटी खाते में होगा, लाभार्थी के खाते में मासिक आय सुनिश्चित की जाएगा ताकि आरामदायक जीवन जी सके।
दत्तात्रेय ने कहा, ‘‘पुन: संशोधित योजना का मकसद संगठित रुप से भीख मांगने वाले के गिरोह, जबरन वेश्यावृत्ति तथा बाल श्रम जैसे नये प्रकार की बंधुआ मजदूरी का समाधान करना है। ताकतवर लोग अपंग और किन्नरों को बेरहमी से उपयोग करते हैं।''
सरकार राज्यों के साथ उपयुक्त समन्वय तथा बजटीय समर्थन बढ़ाकर राष्ट्रीय बाल श्रमिक संरक्षण (एनसीएलपी) परियोजना को भी मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि आईएलओ के बीच हमारा संबंध उतना ही पुराना है जितना की आईएलओ। सरकार सार्वभौमिक सामाजिक न्याय तथा शांति की दिशा में काम करती रही है। भारत दुनिया में तीव्र वृद्धि हासिल करने वाले देशों में से एक है और 2015-16 में 7.6 प्रतिशत की उंची वृद्धि रही है।
श्रम मंत्री ने कहा, ‘‘हम बड़े घरेलू बाजारों में से एक हैं और हमारे देश में मांग हैं हम वैश्विक स्तर पर अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और समान तथा समावेशी समाज की दिशा में काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।''
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