बंदरों व जंगली जानवरों से किसान परेशान
गाँव कनेक्शन 10 Jan 2016 5:30 AM GMT

बढ़नी (सिद्धार्थनगर)। बंदरों व जंगली जानवरों के आतंक से क्षेत्र के दर्जनों गाँवों के किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। हालत यह है कि इनके आतंक से किसान गन्ना, आलू व दीगर नकदी फसलें, सब्ज़ी आदि लगाने से डर रहे हैं। यह जानवर जिस खेत में पहुंचतें हैं पल भर में उसको तहस-नहस कर देते हैं। मज़बूर किसानों की फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है।
ज़िले के बढ़नी विकासखण्ड के पकडि़हवा, पथरदईया, अकरहरा, परसा दीवान, परसौहिया, खजुरिया शर्की, रामनगर व नजऱगढ़वा आदि गाँवों में जंगली जानवारों व बंदरों के आतंक से किसानों की लाखों की क्षति हो रही है। लेकिन जिम्मेदार अफसर आंख बंद किए हुए हैं।
पकडि़हवा गाँव के किसान मनोज (35 वर्ष) कहते हैं, ''बाबू अब डर के नाते कोई आलू व मटर नाई बोवत है, कहत हैं का फायदा जब कुछ बचते न है।’’ मनोज ने बताया, ''इन जानवरों की वजह से अब 10 प्रतिशत लोग ही आलू व दीगर नकदी फ सलों की बुवाई करते हैं।’’
क्षेत्र के ही अकरहरा गाँव के किसान राशिद हुसैन (50 वर्ष) का कहना है, ''इन बंदरों के नाते हमने गन्ना लगाना बंद कर दिया है। उनका कहना है, ''बंदर व जंगली सुअर खेतों में झुण्ड दर झुण्ड जाकर गेहूं की लगी फ सलों को नोचते हैं, आलू को खोद लेते हैं जिससे गरीब किसानों का काफी नुकसान हो जाता है।’’
विकास क्षेत्र के परसौहिया गाँव के किसान प्रभु दयाल (34) ने बताया, ''लगातार दो बार बाढ़ व सूखे से किसानों की कमर टूट गई है, रही-सही कसर बंदर व बड़ैला सुअर पूरा कर दे रहे हैं।’’ उन्होंने बताया, ''जंगली सुअर गेहूं की फसल को रौंद कर नष्ट कर देते हैं।’’
इस सम्बन्ध में डीएफओ सिद्धार्थनगर जीसी सक्सेना का कहना है, ''पीड़ित किसान वन विभाग को लिखित शिकायत करें हम उस पर उचित कार्रवाई करेंगे।’’
रिपोर्टर - साद हसन
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