छात्रा की फरियाद पर गाँव में बनेंगे शौचालय

Arvind ShukklaArvind Shukkla   7 March 2016 5:30 AM GMT

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छात्रा की फरियाद पर गाँव में बनेंगे शौचालयGaon Connection

अरविंद शुक्ला

लखनऊ। बाराबंकी में रहने वाली कक्षा नौ की छात्रा की चिट्टी पर उसके गाँव में शौचालय, नालियां और सड़क बनाई जाएगी। छात्रा ने मुख्यमंत्री को चिट्टी लिख कर गाँव की समस्याएं दूर करने की अपील की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने जिलाधिकारी बाराबंकी को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

बाराबंकी जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर उत्तर दिशा में ब्लॉक सूरतगंज के सिवली ग्राम पंचायत की पुरवा भूड निवासी रीशू यादव कक्षा नौ की छात्रा है। रीशू का स्कूल त्रिदेव बाल विद्या मंदिर गाँव कनेक्शन के ‘स्वयं प्रोजेक्ट’ से जुड़ा है। छात्रा ने कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को चिट्टी लिखी थी। “मुख्यमंत्री जी हमारे गाँव में न नालियां हैं और न सड़कें। घर तक पहुंचने का रास्ता नहीं है। बिजली तो दूर गाँव में खंभे भी नहीं लगे हैं। शौंचालय नहीं होने से गांव की महिलाओं को बाहर जाना पड़ता है।” छात्रा की लिखी चिट्टी को गांव कनेक्शन ने न सिर्फ अख़बार में प्रकाशित की थी बल्कि फेसबुक और ट्विटर पर भी पोस्ट की थी। गाँव कनेक्शन के फाउंडर नीलेश मिसरा के ट्टिवटर हैंडल पर मुख्यमंत्री कार्यायल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल @CMOfficeUP से ट्विटर कर बताया गया कि डीएम बाराबंकी स्वयं इस विषय को देखेंगे।

इस बारे में बात करने पर बाराबंकी के जिलाधिकारी अजय यादव ने गांव कनेक्शन को फोन पर बताया, "मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद एसडीएम फतेहपुर को छात्रा की शिकायतों और गाँव में समस्याओं के जांच की जिम्मेदारी दी गई है। उनकी रिपोर्ट के बाद आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।”

छात्रा के खत पर मुख्यमंत्री कार्यालय के संज्ञान लेने की जानकारी होने पर उसके गाँव और स्कूल के शिक्षक और छात्र काफी खुश हैं। मोहम्मदपुर खाला स्थित त्रिदेव विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य अंकुर भयहरण ने गाँव कनेक्शन को धन्यवाद देते हुए कहा, “स्वयं प्रोजेक्ट और आपके अख़बार के जरिए ग्रामीण इलाके के छात्र-छात्राओँ को अपनी बात करने का मंच मिल गया है। एक छात्रा के खत से अब पूरे गाँव की समस्याएं सुलझ जाएंगी।”

सोशल साइट्स बनी मन की बात कहने का जरिया

फेसबुक, ट्वीटर के माध्मय से लोगों की उठाई गई आवाज़ पर मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री ने तत्काल कार्रवाई की है। साथ ही आम लोगों के लिखे खतों पर भी कार्रवाई होती रही हैं।

1. बांदा के किसान देवराज 40 वर्षों एक पैर से खेती कर रहे थे। सोशल साइट्स के माध्यम से बात मुख्यमंत्री तक पहुंची तो न सिर्फ देवराज के एक पैर लगवाया गया बल्कि पांच लाख की आर्थिक मदद भी दी।

2. नोएडा के सिटी सेंटर के बाहर एक मासूम बच्चा वजन तौलने वाली मशीन लेकर बैठता था क्योंकि उसके पास स्कूल के प्रोजेक्ट के लिए पैसे नहीं थे, बात सीएम तक पहुंची तो उसकी पढ़ाई का पूरा जिम्मा सरकार ने ले लिया।

3. बस्ती में रहने वाली चार साल की मासूम रेनू के सिर में ट्यूमर था। ट्यूमर के भार से उसका सिर पीछे की ओर झुक गया था। सोशल साइट्य से बात लखनऊ तक पहुंची तो मासूम बच्ची का ऑपरेशन करवाया गया। रेनू को नई जिंदगी मिल गई है।

4. ट्रेन में अपने बच्चे के लिए एक शख्स ने दूध की दिक्कत होने पर सीधे रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्विटर किया था, जिसके बाद रेलमंत्री के निर्देश पर उस बच्चे के लिए अगले स्टेशन पर दूध का इंतजाम हो गया था।

5. उन्नाव के एक छात्र को स्कूल जाने के लिए रेलवे लाइन पार करनी पड़ती थी। रास्ते में फाटक न होने उसे काफी दिक्कत होती थी। इस बच्चे ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा था। बच्चे की चिट्टी पर प्रधानमंत्री कार्यालय हरकत में आया तो रेलवे ने तुरंत काम शुरू करा दिया।

 

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