सीमा पर बसे किसान बोले बार-बार मत उजाड़ो आशियाना
गाँव कनेक्शन 4 Oct 2016 6:39 PM GMT

अमृतसर (एजेंसी)। पाकिस्तान की ओर से जारी गोलाबारी से जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ पंजाब के सीमावर्ती गांव में हालात काफी खराब हैं। ग्रामीणों को गांव छोड़ने को कहा गया है। इससे उनमें काफी मायूसी है। ग्रामीण कहते हैं-जब-जब सीमा पर तनाव होता है तब-तब हमें अपना गांव छोड़कर दूसरी जगह शरण लेनी पड़ती है। लेकिन इस बार गांववाले अपना घर न छोड़ने पर अड़ गए हैं। जब मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से उनकी मुलाकात हुई तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि बसाना है तो कहीं और हमेशा के लिए बसा दीजिए। हम कुछ समय के लिए इस बार अपना गांव छोड़कर नहीं हटने वाले।
सीमावर्ती गांव के लगभग यही हालात हैं। मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांग रखने वाले गांववाले 'चक अल बक्श' गांव के हैं। उनकी इस मांग पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वह केंद्र सरकार से वार्ता करेंगे। गांव के बाशिंदे गुरभेज सिंह बताते हैं कि करगिल युद्ध के समय भी हमें यहां से हटना पड़ा था। उस दौरान पढ़ाई का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। मैं उस समय छोटा था और स्कूल बंद कर दिए गए थे। अब फिर वहीं हालात बन गए हैं। हमें जल्द से जल्द गांव छोड़ने के लिए कहा गया है। यही हालात रहे तो मुझे डर है कि अब मेरे बच्चे की पढ़ाई का हर्जा होगा। कहीं उसे भी मेरी तरह बड़ा होकर खेतों में मजदूरी करने के लिए मजबूर न होना पड़े।
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