लापरवाही: एम्स में महारानी एलिजाबेथ के लगाए पेड़ को चाट गए दीमक

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लापरवाही: एम्स में महारानी एलिजाबेथ के लगाए पेड़ को चाट गए दीमकएम्स में महारानी एलिजाबेथ के लगाए पेड़ को दीमक खा गई।

नई दिल्ली (भाषा)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) इन दिनों अपनी हीरक जयंती मना रहा है। कई उतार चढ़ावों के गवाह रहे इस प्रमुख चिकित्सा संस्थान के भव्य उद्घाटन के समय महारानी एलिजाबेथ द्वारा इसके मुख्य परिसर में लगाया गया पेड़ दीमकों के कारण नष्ट हो गया है।

लगाए नए पौधे

एम्स की स्थापना वर्ष 1956 में हुई थी और ब्रिटिश साम्राज्ञी ने 27 जनवरी 1961 को एम्स की इमारत की औपचारिक शुरूआत की थी। इस मौके पर एक भव्य समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद भी उपस्थित थे। एम्स के निदेशक डॉ एमसी मिश्रा ने बताया, ‘‘एम्स परिसर के दौरे के समय महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ प्रिंस फिलिप और तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद भी थे। यह एक शानदार समारोह था और महारानी एलिजाबेथ ने एक पेड़ भी लगाया था। दुर्भाग्य से दीमकों के कारण वह पेड़ नष्ट हो गया है, लेकिन हमने अब वहां पर नए पेड़ लगा दिए हैं।''

एम्स की हीरक जयंती समाप्त

शाही दंपत्ति का एम्स दौरे वाला दुर्लभ चित्र अभी भी संस्थान के अभिलेखागार में रखा है। संस्थान की हीरक जयंती के मौके पर उनमें से अनेक चित्रों को प्रदर्शन के लिए भी रखा गया है। हीरक जयंती समारोह कल समाप्त हो गया। अब 90 बरस की हो चुकीं महारानी एलिजाबेथ सरकारी मेहमान के तौर पर 1961 में भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने भारत आईं थीं।

गुलमोहर के पेड़ की जगह लगाए बॉटल ब्रुश के चार पौधे

एम्स के समारोह की वह स्मारक पट्टिका अभी भी जवाहर लाल नेहरु प्रेक्षागृह की इमारत में लगी हुई है, इसी इमारत के करीब एलिजाबेथ ने वह पेड़ भी लगाया था। उन्होंने बताया, ‘‘वह गुलमोहर का पेड़ था। बाद में दीमकों के कारण नष्ट होने के कारण इस पेड़ के स्थान पर हमने बॉटल ब्रुश के चार पौधे लगाए जबकि इसके बाहरी घेरे पर आठ पौधे और लगाए जाने हैं।

   

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