देश में चल रहे लॉक डाउन के बाद कोरोना वायरस संक्रमित मरीज़ों के मामलों में बढ़त की गति तो कम हुई है लेकिन नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। देश में अबतक 860 मामले कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं और अबतक 20 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तीन नए मामले सामने आए। इससे पहले बृह्स्पतिवार को भी ज़िले में तीन कोरोना वायरस के संक्रमण के टेस्ट पॉज़िटिव पाए गए थे। बीते 24 घंटे में 6 नए मामले अकेले नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है।
कोरोना संक्रमण के ये तीन मामले दो अलग-अलग सोसाइटी में पाए गए हैं जिनके नाम पारस टिएरा और ओमिक्रन सोसाइटी है। नोएडा के सेक्टर 137 में बने पारस टिएरा हाउसिंग सोसाइटी में एक मां और उसकी बेटी को कोराना संक्रमण के टेस्ट में पॉज़िटिव पाया गया है। और ग्रेटर नोएडा के सेक्टर तीन में ओमिक्रन सोसाइटी के एक युवक को भी कोरोना संक्रमण में पॉज़िटिव पाया गया। जिसके बाद ज़िला अधिकारी बीएन सिंह ने दोनों सोसाइटी को आने वाली 29 मार्च तक के लिए पूरी तरह से सील करने का आदेश दे दिया है। इन दोनों सोसाइटी में शुक्रवार सुबह दस बजे के बाद से अंदर जाने या अंदर से बाहर आने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है। दोपहिया या चौपहिया वाहनों को भी सिर्फ विशेष स्थिति में, पुलिस को सूचित करने के बाद ही बाहर निकालने की अनुमति होगी।
ज़िला प्रशासन का कहना है कि ये दोनों मामले आपस में जुड़े हो सकते हैं, इसकी आंशका इसलिए है क्योंकि पारस टिएरा हाउसिंग सोसाइटी में कोरोना पॉज़िटिव पायी गयीं मां और बेटी के साथ, उनका बेटा भी रहता है जो उसी कंपनी में कार्यरत है जिसमें ग्रेटर नोएडा के ओमिक्रोन सोसाइटी में रहने वाला युवक जो कि कोरोना पॉज़िटिव पाया गया है, काम करता है। लेकिन पारस टिएरा में मां बेटी के आलावा उनका बेटा कोरोना टेस्ट में निगेटिव है। आंशंका जताई जा रही है कि युवक के कपड़ों या किसी समान के ज़रिए कोरोना वायरस घर तक पहुंचा होगा। स्वास्थ विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वो युवक का फिर से कोरोना परीक्षण करवाएंगे क्योंकि ये वायरस कई मामलों में देर में भी असर करता है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में भी लगातार बढ़त हो रही है। अबतक कुल 45 पॉज़िटिव केस सामने आए हैं जिनमें से 17 मामले नोएडा और ग्रेटर नोएडा के हैं।