काहिरा (भाषा)। विश्वप्रसिद्ध पिरामिडों के पास एक ‘क्राफ्ट्स मेला’ के साथ यहां भव्य सांस्कृतिक उत्सव ‘इंडिया बाय नाइल’ की शुरुआत हो गई है, इसमें भारत और मिस्र की हस्तशिल्प से बनी चीजों का प्रदर्शन किया गया है।
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मिस्र में भारत के राजदूत संजय भट्टाचार्य ने कल इस उत्सव की शुरुआत में कहा, ‘‘यह यह विशेष पल है क्योंकि इस साल हम अपनी आजादी के 70 साल पूरे होने और मिस्र के साथ अपने कूटनीतिक रिश्तों के भी 70 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।”
राजदूत ने कहा, ‘‘हमें आज (बुधवार) से शुरू हो रहे ‘इंडिया बाय द नाइल’ (आईबीएन) सांस्कृतिक उत्सव पेश करते हुए गर्व महसूस हो रहा है। यह उत्सव काहिरा और कई अन्य शहरों में 27 अप्रैल तक चलना है। हमने इस सांस्कृति उत्सव के पहले चरण- ‘क्राफ्ट्स मेला’ की शुरुआत कर दी है।” काहिरा में भारतीय दूतावास ने टीमवर्क्स आर्ट्स के साथ मिलकर आईबीएन 2017 सांस्कृतिक उत्सव के तहत ‘क्राफ्ट्स मेला’ पेश किया।
भारतीय संगीत, नृत्य, नाटकों, विजुअल आर्ट, भोजन और समृद्धि का जश्न मनाने वाला यह उत्सव मिस्र में सबसे बडा विदेशी उत्सव है, जिसमें देशभर में 70 समारोह आयोजित किए जा रहे हैं।
उत्सव की शुरुआत के दौरान भट्टाचार्य ने कहा कि भारत और मिस्र प्राचीन सभ्यताएं हैं, जिनका ‘‘संपर्क सदियों पुराना है।” उन्होंने कहा, ‘‘नील और गंगा पिरामिडों और ताजमहल को आपस में बांधने वाले संबंध दोनों देशों के लोगों के बीच के स्नेह में झलकते हैं, ये संबंध उनकी जीवंत साझेदारी को मजबूत करते हैं।”
आठ से 14 मार्च तक चलने वाली हस्तशिल्प प्रदर्शनी दरअसल भारत और मिस्र के हस्तशिल्प को बढ़ावा देने की एक पहल है। इसका आयोजन भारतीय दूतावास ने भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (भारत), मिस्र के सामाजिक एकजुटता मंत्रालय और मिस्र उद्योग महासंघ ने मिलकर किया है।