Gaon Connection Logo

उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटके, रुद्रप्रयाग में था भूकंप का केंद्र

उत्तराखंड

देहरादून/लखऩऊ। दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में भूकंप के झटके लगे हैं। रात करीब 10.35 मिनट पर धरती हिली। भूकंप का केंद्र उत्तराखंड का रुद्रप्रयाग बताया जा रहा है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की त्रीवता 5.8 बताई जा रही है।

हम लोग खाना खाकर सोने की तैयारी में थे तब तक जमीन हिलने लगी। टीवी और घर के दूसरे सामान को हिलते देख हम लोग बाहर भागे। इलाके के बहुत सारे लोग बाहर थे, हमने करीब 20 मिनट तक भूकंप के झटके महसूस किए।

जीतेंद्र त्रिपाठी, बागेश्वर, उत्तराखंड, चश्मदीद

उत्तराखंड के बागेश्वर में रहने वाले जीतेंद्र त्रिपाठी ने गांव कनेक्शन को फोन पर बताया, “हम लोग खाना खाकर सोने की तैयारी में थे तब तक जमीन हिलने लगी। टीवी और घर के दूसरे सामान को हिलते देखर हम लोग बाहर भागे। इलाके के बहुत सारे लोग बाहर थे, हमने करीब 20 मिनट तक भूकंप के झटके महसूस किए।”

सोमवार रात करीब 10.35 बजे भूकंप आया। खबर लिखे जाने तक किसी नुकसान की ख़बर नहीं थी, लेकिन ऑफ्टर सॉक्स के लोग डरे हुए हैं। रुद्र प्रयाग की डीएम रंजना ने समाचार चैनल एबीपी न्यूज को बताया कि हम पुलिस थानों और तहसीलों से सूचना एकत्र कर रहे हैं. आपदा केंद्र एक्टिव हो गया है सभी अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। अभी ये तय नही है कि भूकंप के केंद्र रूद्रप्रयाग था या चमोली।”

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मामले पर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने एनडीआरएफ समेत दूसरे सभी सुरक्षाबलों को हाईअलर्ट पर रखने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय उत्तराखंड के अधिकारियों के संपर्क में है। उन्होंने सभी लोगों के सुरक्षित होने की कामना भी की।

ये भी पढ़ें-

दोबारा नापी जाएगी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई

More Posts

मोटे अनाज की MSP पर खरीद के लिए यूपी में रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है, जानिए क्या है इसका तरीका?  

उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाजों की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। जो किसान भाई बहन मिलेट्स(श्री...

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...